सबसे बड़े सम्मान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को नवाजा
उन्होंने कहा, “मैं मुसलमान भाइयों से भी कहना चाहता हूं। हां हमने एक काम किया है, तीन तलाक की प्रथा को समाप्त किया है। हम किसी को धोखा नहीं देना चाहते हैं और डंके की चोट पर कहते हैं कि हां हमने किया है क्योंकि हम समाज को बांट कर राजनीति नहीं करना चाहते। चाहे मुसलमान हो, हिंदू हो, ईसाई हो या यहूदी हो, सबकी मां-बहन, बेटी हम लोग की मां-बहन, बेटी हैं । हम लोग ऐसा नजरिया रखते हैं। हम किसी भी धर्म के लोगों को इस बात की इजाजत नहीं दे सकते कि आप किसी की बेटी से शादी कीजिए और 10 दिन के बाद तलाक-तलाक-तलाक बोल कर उनकी छुट्टी कर दीजिए। हम अपने मुसलमान भाइयों से भी कहना चाहते हैं कि आप इस पर विचार कीजिए। बहुत सारे मुसलमान भाई इसका समर्थन कर रहे हैं।” राजनाथ सिंह ने आगे कहा, “पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की सुविधा है तथा मुस्लिम समाज में जो बहुत पिछडे़ और गरीब हैं, वे इसमें शामिल हैं। आप कहते हैं कि हम धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। क्यों उनकी आंखों में धूल झुक रहे हैं। भारत का संविधान इस बात की इजाजत देता ही नहीं है कि धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाए। मैं मुसलमान भाइयों से कहना चाहता हूं कि आप लोग इनके बहकावे नहीं आए। ये हमपर हिंदू-मुसलमान करने का आरोप लगाते हैं जबकि अरब जगत के पांच देशों ने अपने सबसे बड़े सम्मान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को नवाजा है।”
राजीव प्रताप रुड़ी की तारीफ करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आप एक सांसद नहीं, बल्कि, विशिष्ट हस्ती चुनेंगे। यह कुशल पायलट हैं और इनके विरोधी हवा में उड़ जाएंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस-राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि उन पर आरोप लगते हैं, उसके बाद भी लोगों के बीच जाकर वोट मांगते हैं। थोड़ी तो लोक-लाज होनी चाहिए। लोकतंत्र बिना लोकलाज के नहीं चल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। पहले भारत को कमजोर माना जाता था, इसकी बात कोई नहीं सुनता था, आज भारत जब बोलता है तो अन्य देश के लोग सुनते हैं। देश की सीमा के इस पार और जरूरत पड़े तो उस पार जाकर भी भारत मार सकता है।
सिंह ने यह भी कहा, “आईएमएफ जैसे संगठन कहते हैं कि हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी के चंगुल से बाहर निकाला है जिसे कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे के बावजूद हासिल नहीं कर सकी।” कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा विरासत कर की वकालत करने का जिक्र करते हुए, रक्षा मंत्री ने रैली में आए लोगों से पूछा, “क्या आप चाहते हैं कि ऐसी व्यवस्था हो।”