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नांदसी के बूथ पर हुआ पुनर्मतदान, वेबकास्ट से हुई निगरानी

लोकसभा चुनाव : 753 मतदाता पंजीकृत थे बूथ पर, पुनर्मतदान में 16.19 प्रतिशत अधिक मतदान

अजमेरMay 02, 2024 / 11:27 pm

tarun kashyap

Loksabha Election 2024

नांदसी बूथ पर पुनर्मतदान

अजमेर. लोकसभा आम चुनाव 2024 के लिए मसूदा के नांदसी के बूथ संख्या 195 पर गुरुवार को पुनर्मतदान कराया गया। सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदाताओं ने पुनर्मतदान किया। नाम नहीं होने के बावजूद कुछ युवकाें ने बूथ में घुसना चाहा तो पुलिस से मामूली झड़प हो गई। अफसरों ने युवकों को चेतावनी देकर रवाना कर दिया। बूथ पर 68.65 प्रतिशत मतदान हुआ। यह 26 अप्रेल के मुकाबले 16.19 प्रतिशत ज्यादा रहा है। गुरुवार को 753 में से 517 जनों ने मताधिकार का उपयोग किया।मसूदा विधानसभा क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नांदसी बूथ पर पुनर्मतदान कराया गया। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होते ही मतदाता बूथ पर पहुंच गए। 9 बजे तक 20 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद 10 बजे तक 29 प्रतिशत मतदान हुआ। 220 मतदाताओं ने वोट डाले। 11 बजे तक 41.03 प्रतिशत, 1 बजे तक 54.44 और 3 बजे तक 61.75 प्रतिशत, वहीं शाम 5 बजे तक 65 प्रतिशत मतदान हुआ। बूथ की वेबकास्ट से निगरानी की गई।रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. भारती दीक्षित, सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक के. मंजुलक्ष्मी और पुलिस चुनाव पर्यवेक्षक डी. नरसिम्हा, केकड़ी एसपी विनीत बंसल ने केंद्र का निरीक्षण किया। मालूम हो इस बूथ पर बीती 26 अप्रेल को हुए मतदान में बूथ पर 52.46 प्रतिशत वोट डाले गए थे।

अंदर घुसने पर पुलिस से झड़प

मतदाता सूची में नाम नहीं होने के बावजूद कुछ लोगों ने बूथ में घुसने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों में झड़प और बहसबाजी हो गई। समझाइश के बाद अधिकारियों ने युवकों को बूथ से रवाना कर दिया।

बुजुर्गों ने किया मतदान

गांव की सबसे बुजुर्ग 95 वर्षीय नौसर देवी ने भी मतदान किया। वह परिजन के साथ बूथ पर पहुंची। इसके अलावा बुजुर्ग अनूप देवी, रामलाल, गोपाल, माधुदेवी, शायरी देवी व अन्य ने भी उत्साह से मतदान किया।

शाम को ईवीएम-दस्तावेज जमा

मतदान दल शाम को पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचा। कड़ी सुरक्षा में ईवीएम-वीवीपैट और अन्य दस्तावेज जमा किए गए। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. दीक्षित व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

क्यों पड़ी मतदान की जरूरत

निर्वाचन विभाग मतदान दल को 17-ए रजिस्टर भी देता है। यह अहम रजिस्टर होता है। इसमें मतदाता का क्रमांक, मतदाता सूची क्रमांक, मतदाता के हस्ताक्षर अथवा अंगूठे का निशान, इपिक कार्ड अथवा अन्य दस्तावेज से मतदान करने के अलावा टिप्पणी लिखनी पड़ती है। इसमें मतदान अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं। इस रजिस्टर के गुम होने के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्टाफ को निलंबित कर दिया था।

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