एलएंडटी से सवाल, आपका सिस्टम कब होगा पूरा
इस दौरान आरयूआईडीपी की ओर से शहर में सीवर लाइन और वाटर लाइन की प्रगति रिपोर्ट पढ़कर कलकटर ने ठेका कंपनी एलएंडटी से सवाल किया कि आपका सिस्टम कब तक पूरा होगा या यूं ही गडढ़े खोदने का सिलसिला जारी रहेगा। गुरुनानक बस्ती के एसटीपी जब तैयार हो चुका है तो वहां तक सीवर वाटर कब जाएगा। अब तक सीवर कनैक्शन में क्यों हो रहे है। इन सवालों की झड़ी लगते ही एलएंडटी कंपनी का कहना था कि मास्टर कॉलोनी में डोर टू डोर कनैकशन करने का कार्य किया जा रहा है। शेष एरिया में सीवर कनेक्शन पूरा कराने के लिए प्रक्रिया चल रही है।
यहां की हालत सुधारेगा कौन
करीब बीस दिन पहले सुखाडि़या सर्किल पर वाटर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया था। रोड क्रॉस करते हुए पाइप लाइन बिछा दी गई है। लेकिन उसकी मरम्मत करने की बजाय सिर्फ ग्रिट डालकर छोड़ दी। शहर के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले इस सर्किल पर इन दिनों काफी वाहनों की आवाजाही रहती है। चूंकि धानमंडी में इलाके के किसान इसी रूट से अपनी कृषि जिन्स लेकर जाते है। दो सप्ताह पहले एक ट्रॉली वहां फंसी तो करीब एक किमी तक जाम लग गया था। इस प्वाइंट को दुरुस्त कराने के लिए एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों से जवाब मांगा।
दो सप्ताह का दिया है समय
जिला कलक्टर लोकबंधु ने बताया कि सूरतगढ़ रोड पर सीवर लाइन को दुरुस्त करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। वहीं एलएंडटी कंपनी को सीवर कनैकशन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अधिकृत किया है। इसके अलावा गुरुनानक बस्ती और सूरतगढ़ बाइपास के पास एसटीपी के संचालन संबंधित प्रक्रियाओं के लिए इंजीनियरों से चर्चा की गई है। नगर विकास न्यास और नगर परिषद के अभियंताओं की टीम को शहर में वाटर लाइन या सीवर लाइन बिछाने के दौरान सड़कों की हालत के बारे में रिपोर्ट देने के लिए अधिकृत किया है। आचार संहिता हटते ही नए निर्माण कार्यो के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
यहां तो आधी अधूरी लाइनें
करीब 11 साल पहले वर्ष 2013 में सीवरेज ठेका कंपनी यूईएम ने जवाहरगरसैक्टर पांच, सात, आठ, संजय कॉलोनी, नेहरानगर, जोगिन्द्र कॉलोनी, जिन्दल कॉलोनी, अग्रसेननगर प्रथम चरण कॉलोनी, लक्ष्मीनगर, एकता कॉलोनी, राणा प्रताप कॉलोनी, राजपूत कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी आदि एरिया में सीवर लाइन बिछाई थी, लेकिन घरों का कनेक्शन नहीं किया। इन अधिकांश कॉलोनियों में आधी अधूरी लाइनें बिछाई हुई है, इस कारण लाइन का मिलान नहीं हो रहा है। यहां तक कि लाइन की सफाई नहीं हुई। यूईएम कंपनी के पलायन होने पर यूआईटी ने तोशिबा वाटर सेल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को सीवर लाइन की सफाई का ठेका दिया था लेकिन इस कंपनी ने भी कम रेट का हवाला तो कभी भुगतान नहीं होने की बात कहकर काम रोका दिया था। इस ठेका कंपनी के बाद राज्य सरकार ने आयूआईडीपी की ओर से एलएंडटी कंपनी को शहर में सीवर लाइन और वाटर लाइन बिछाने का ठेका दे रखा है।