संविधान और कुरान की बात भी नहीं मानते ये लोग
सांसद दिनेश कुमार ने संसद में हिंदू लड़कियों के अपहरण और उनका जबरन धर्म परिवर्तन (Conversion of Hindu girls in Pakistan) और गंभीर प्रताड़ना को प्रमुखता से उठाया। दिनेश ने कहा कि पाकिस्तान के संविधान में ये बात साफ-साफ लिखी है कि जबरदस्ती किसी का धर्म परिवर्तन नहीं होना चाहिए। मुस्लिमों की पवित्र कुरान भी यही कहती है कि मजहब में कोई जबर (जबरदस्ती) नहीं है। आपका मजहब आपके लिए और हमारा मजहब हमारे लिए है। लेकिन ये लोग ना तो इस कुरान की बात मानते हैं और ना ही पाकिस्तान के संविधान को। ये लोग जबरदस्ती हमारे समुदाय की लड़कियों का धर्म बदलवाते हैं।
6 साल की लड़की का किया अपरहण
दिनेश ने संसद में हिंदू लड़कियों के धर्म परिवर्तन को लेकर आंकड़े भी रखे। उन्होंने कई मामलों को विस्तार से भी बताया। 2022 की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि संघार में एक 6 साल की हिंदू बच्ची की अपहरण कर लिया गया था। जिसका आज तक पता नहीं चल पाया। वो आरोपी अभी भी सिंध में है लेकिन सिंध की सरकार उस पर हाथ डालने से कतरा रही है, ऐसा क्यों हो रह है? दिनेश ने कहा कि आज मुस्लिम धर्म जो सूफी-संत अच्छाई और सच्चाई की शिक्षा देते हैं इनके खास लोग हिंदू थे फिर भी इन्होंने कोई ज़ोर-जबरदस्ती नहीं की। तो फिर उनके आदेशों को मानने वाले ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं।
हर साल 1000 लड़कियों का अपहरण
बता दें कि पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन पर आई एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हर साल करीब एक हजार हिंदू लड़कियों का अपरहण कर उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है। हर महीने का ये आंकड़ा करीब 25-27 पहुंच जाता है। आलम ये है कि पाकिस्तान में हिंदू परिवार अपनी बेटियों की शादी जल्दी और चोरी-छिपे करने पर मजबूर हो रहे हैं। लेकिन उन्हें यहां पर भी सुकून नहीं है क्योंकि ये लोग मंडप से हिंदु लड़कियों को उठा ले जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये कांड पाकिस्तान में खुलेआम होता है लेकिन इस पर कोई कुछ नहीं करता। पाकिस्तान का शासन और प्रशासन इन घटनाओं पर अपनी आंख मूंदकर बैठा रहता है।