जलवायु परिवर्तन को लेकर लिया गया बड़ा फैसला
जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) को सीमित करने की दिशा में इन विकसित अर्थव्यवस्थाओं का यह संकल्प बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। G-7 देशों के कोयला छोड़ने के संकल्प में ‘अनअबेटेड कोल’ की बात की गई है। इसका मतलब है कि अगर कोयला आधारित बिजलीघरों के पास उत्सर्जन को वातावरण में प्रवेश से रोकने के लिए कार्बन कैप्चर तकनीक हो, तो वे कोयला जलाना जारी रख सकते हैं। ऐसे में जिन देशों की कोयले पर बहुत अधिक निर्भरता है, वो इस कोयला का इस्तेमाल खत्म करने की तय समयसीमा लांघ सकेंगे।
G-7 का ये है लक्ष्य
बता दें कि इस साल इटली G-7 की अध्यक्षता कर रहा है। G-7 2030 तक वैश्विक अक्षय ऊर्जा की क्षमता को 3 गुना बढ़ाना चाहता है। इसके लिए G-7 ने बैटरियों और दूसरे तरीके से ऊर्जा के भंडारण को वर्तमान से 6 गुना बढ़ाकर 1500 गीगावॉट करेगा।