13654 मालिकों ने करवाए रजिस्ट्रेशन
शहर में एक जनवरी से 15 मई तक 4874 मालिकों ने 5548 श्वानों के रजिस्ट्रेशन करवाए थे। हाथीजण की घटना के बाद गत 30 मई को सबसे अधिक 925 लोगों ने अपने 1037 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया था। 16 मई को 884 लोगों ने 995 श्वानों, 17 मई को 704 मालिकों ने 769, 29 मई को 662 लोगों ने 776 श्वानों और 31 मई को 721 मालिकों ने 872 स्वानों के रजिस्ट्रेशन करवाए। कुल मिलाकर अब तक 13654 लोगों ने 15470 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया है। श्वानों का पंजीकरण नहीं कराने की एवज में विभाग की ओर से पहले से ही कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी जा चुकी है।—————–
विलंब शुल्क के साथ-साथ नोटिस भी
31 मई के बाद रजिस्ट्रेशन कराने वाले श्वान मालिकों को न सिर्फ 300 रुपए अधिक शुल्क चुकाना होगा बल्कि उन्हें नोटिस भी जारी किए जाएंगे। साथ ही 30 जून के बाद रजिस्ट्रेशन शुल्क में भारी वृद्धि भी की जा सकती है। मनपा का ध्येय इस प्रक्रिया से पालतू श्वानों व उनके मालिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसके लिए श्वानों की संख्या जानना जरूरी है। नरेश राजपूत, सीएनसीडी अध्यक्ष