सिविल मेडिसिटी में ही किया चारों अंगों का प्रत्यारोपण
सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि राधाकृष्णन के दान में मिले चारों अंगों का जरूरतमंदों मरीजों में प्रत्यारोपण किया गया है। दान में मिले हृदय का यूएन मेहता अस्पताल में ट्रांसप्लांट किया गया, जबकि अन्य तीन अंग लिवर व दोनों किडनी का इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजिस एंड रिसर्च सेंटर (आईकेडीआरसी) में ट्रांसप्लांट किया गया।
अब तक दान में मिल चुके हैं 652 अंग
डॉ. जोशी ने बताया कि सिविल अस्पताल में अब तक कुल 199 ब्रेनडेड मरीजों के 652 अंग दान में मिले हैं। इनसे 633 लोगों का जीवन संभल गया है। दान में मिले अंगों में सबसे अधिक 362 किडनी हैं। 174 लिवर, 63 हृदय, 32 फेफड़े, 13 पेंक्रियाज, छह हाथ और दो छोटी आंत शामिल हैं। इसके अलावा 21 त्वचा और आंखों का दान भी मिला है।