दुश्मन की ब्रिगेड को पीछे हटने पर मजबूर किया : दीपक कुमार
1965 में पाकिस्तान की ओर से शुरू किए गए डेजर्ट हॉक ऑपरेशन में सरदार पोस्ट पर सीआरपीएफ की बटालियन ने वीरता का परिचय देकर दुश्मन की ब्रिगेड को पीछे हटने पर मजबूर किया था। इस वीरता भरे पराक्रम की गाथा को याद करते हुए सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक दीपक कुमार ने बताया कि 1965 के युद्ध में पाकिस्तान की 3000 से अधिक सैनिकों वाली एक ब्रिगेड ने सरदार पोस्ट पर हमला किया था।उस समय सीआरपीएफ के केवल जवान 150 की संख्या में मौजूद थे। इसके बावजूद निर्भीकता और सूझबूझ से अपनी वीरता का परिचय देकर दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर किया था। सीआरपीएफ के पलटवार से पाकिस्तान के 34 सैनिक मारे गए और दुश्मन की सेना को भारी नुकसान झेलना पड़ा। दुश्मन के साथ लड़ते-लड़ते सीआरपीएफ की दूसरी बटालियन के 7 जवान शहीद हुए थे। सीआरपीएफ ने 4 पाकिस्तानी सैनिकों को जिंदा पकड़ने में सफलता हासिल की थी। दीपक कुमार ने शौर्य दिवस को वीरता का उत्तम उदाहरण और सभी सीआरपीएफ सैनिकों के लिए तथा देश के लिए इस घटना को प्रेरणादायक बताया।