Ajmer Advocate Murder Case: अजमेर-ब्यावर बंद के दूसरे दिन आई बड़ी खबर, इन 5 मांगों पर बनी सहमति
Ajmer Advocate Murder Case: जानलेवा हमले के बाद पुष्कर के वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया की उपचार के दौरान मौत को लेकर चल रहा गतिरोध रविवार को समाप्त हो गया है।
अजमेर। जानलेवा हमले के बाद पुष्कर के वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया की उपचार के दौरान मौत को लेकर चल रहा गतिरोध रविवार को समाप्त हो गया है। वकीलों की पांच सूत्री मांगों पर प्रशासन से सहमति बन गई है। इसके साथ ही जेएलएन अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने की कार्रवाई शुरू कराई है। इस दौरान अस्पताल में भारी जाप्ता मौजूद है।
जानकारी के मुताबिक आज वकीलों के प्रतिनिधि मंडल और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक हुई। जिसमें वकीलों ने प्रशासन और सरकार के सामने पांच सूत्रीय मांगे रखी। जिस पर अब सहमति बन गई है। मीटिंग के दौरान 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, संविदा के आधार पर मृतक के आश्रित को नौकरी, शराब ठेका हटाने सहित अन्य मांगों को लेकर राजीनामा हुआ है। मांगे मानने पर आज हड़ताल समाप्त कर दी है।
आज पुष्कर में होगा अंतिम संस्कार
पांच सूत्रीय मांगों पर सहमति बनने के बाद जेएलएन अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने की कार्रवाई शुरू कराई है। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी हिमांशु जांगिड़ सहित भारी पुलिस जाप्ता मौजूद है। बताया जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा और पुष्कर में अंतिम संस्कार होगा।
कल बंद से हुआ था 500 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित
बता दें कि वकीलों ने शनिवार को अजमेर, पुष्कर, ब्यावर, नसीराबाद व अन्य कस्बे बंद रखे थे। इस दौरान दुकानें बंद कराने को लेकर वकीलों की कई जगह झड़प हुईं थी। अजमेर में वकीलों ने बजरंगगढ़ चौराहे के समीप एवं पंचशील मॉल में कांच तोड़ दिए थे, जबकि आनासागर गौरव पथ पर फाइनेंस कंपनी का दफ्तर बंद कराते वक्त वीडियो बना रहे राहगीर की पिटाई कर दी थी। ऑटो-टैक्सी नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई। बंद से करीब 500 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित रहा, हालांकि ऑनलाइन कारोबार जारी रहा।
उल्लेखनीय है कि पुष्कर में डीजे बजाने पर वकील पुरुषोत्तम जाखेटिया ने आयोजकों को टोका था। इसी दौरान 10 से अधिक युवकों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया था। उन्हें अचेतावस्था में अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार को उपचार की दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था। प्रकरण में परिजन ने विभिन्न मांगों को लेकर उनका शव अस्पताल की मोर्चरी से नहीं उठाया था।