डिमांड के अनुसार तैयार करते कंपनियों के कट्टे
नकली उर्वरक बनाने वाले फैक्टरी संचालकों को अन्य फैक्टरी से डिमांड अनुसार विभिन्न कंपनियों के नाम से बने कट्टों की सप्लाई की जाती है, ताकि डिमांड अनुसार कंपनी के टैग लगे कट्टों में नकली उर्वरक भरकर सप्लाई की जा सके।इन कंपनियों के कट्टों की खेप मिली
इफको के साथ अन्य नामी कंपनियां सरताज, उत्तम, संगम सीएमएस आदि के कट्टे मिले हैं। इनमें नकली उर्वरक से भरे व खाली कट्टे फैक्टरियों में मिले।लाइसेंस अन्य राज्यों के, काम अजमेर में
कृषि मंत्री की ओर से जब्त किए गए कागजात में यह भी सामने आया कि लाइसेंस दिल्ली, तमिलनाडु राज्य के बने थे, लेकिन उनकी मैन्युुफैक्चरिंग अजमेर जिले में हो रही थी। ना तो कृषि विभाग ने लाइसेंस दिया ना राज्य सरकार से स्वीकृति ली गई।
इन चार कंपनी के खिलाफ मामले दर्ज
1. भूमि एग्रो इंडस्ट्री उदयपुरकलां के पार्टनर किशनगढ़ निवासी सोमील जैन एवं राकेश कुमार जैन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 एवं उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 में मामला दर्ज किया गया है।किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा बयान, अजमेर की 4 फैक्टरियों में बन रहा इफको के लिए नकली उर्वरक
इफको अधिकारियों की भी मिलीभगत
लाखों बोरियां, इफको के साथ अन्य कंपनियों की मिली हैं। इसमें इफको के लोकल अधिकारियों की मिलीभगत भी है।-किरोड़ीलाल मीणा, कृषि मंत्री राजस्थान
कार्रवाई जारी है
कृषि मंत्री के निर्देश पर नकली उर्वरक बनाने वाले फैक्टरी संचालकों के खिलाफ मामले दर्ज करवाए गए हैं। सीजिंग की कार्रवाई जारी है। कुछ मामले की कार्रवाई जारी है।-अनुप्रिया यादव, कार्यवाहक संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) अजमेर