स्टेशन रोड जाने वाले मार्ग बने पगडंडी मदार गेट मुख्य चौराहा के सामने से यदि आपको स्टेशन रोड जाना है तो यह रास्ता किसी पतली पगडंडी जैसा नजर आता है। यहां दुकानों के आगे खड़े वाहन व सामान रखे होने से पैदल नहीं निकला जा सकता। कमोबेश यह हालात क्लाॅक टावर थाने के सामने का भी है। यहां थडि़यों, गन्ने के रस की मशीनों व उनके आगे रखी मुडि्डयों से रास्ता अवरुद्ध है।
दुकानों के आगे फुटपाथ गायब क्लाॅक टावर थाने से लेकर गांधी भवन तक पूरे बाजार में दुकानों के आगे चलने की जगह नहीं है। थडि़यां अतिक्रमण, वाहनों की पार्किंग आदि के कारण अब लोगों को बीच सड़क पैदल चलना पड़ता है।
मुख्य चौक बना पार्किंग मदार गेट का मुख्य चौक पार्किंग स्थल बन चुका है। यहां करीब 100 से अधिक दुपहिया वाहन हमेशा पार्क रहते हैं। इससे ग्राहकों के दुपहिया वाहन भी यहां नहीं निकल पाते। शेष बची जगह पर खाने पीने की वस्तुओं के ठेले खड़े कर दिए जाते हैं। कुछ दुकानदारों के वाहन भी रोजाना यहां खड़े रहते हैं जिससे आम लोगों का निकलना दुश्वार हो गया है।
ई-रिक्शा व ऑटो का शॉर्टकट मदार गेट के दुकानदारों का कहना है नला बाजार से स्टेशन आने वाले जायरीन को ई रिक्शा चालक मदार गेट से होते हुए स्टेशन ले जाते हैं। जिससे यहां रोजाना विवाद भी होते हैं। ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में यह ई रिक्शा या ऑटो आदि खड़े वाहनों से टकरा जाते हैं जिससे विवाद हो जाता है। वीआईपी विजिट या जुलूस होता है तो प्रशासन व पुलिस मार्ग को खाली करवा देते हैं लेकिन बाद में हालात जस के तस हो जाते हैं।