पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बने केकड़ी एवं ब्यावर जिलों के बाद जिला परिषदों के काम का बंटवारा शुरू तो हुआ, लेकिन कमान अजमेर जिला परिषद के हाथ में ही रही। अब केकड़ी जिला निरस्त होने के चलते इसका पूरा क्षेत्र अजमेर जिला परिषद के अधीन आ गया है। केकड़ी, सावर, सरवाड़़ समेत आस-पास की पंचायत समितियों के सभी कार्य अब अजमेर जिला परिषद के माध्यम से ही होंगे।
ब्यावर में नई जिला परिषद का होगा गठन
ब्यावर जिले में अब अलग से जिला परिषद स्थापित होगी। इसके संचालन का कुछ काम अभी भी अजमेर जिला परिषद के माध्यम से हो रहा है। सरकार की गाइड लाइन जारी होने के साथ यहां अलग से जिला परिषद का गठन होगा। अब देखना यह है कि सरकार पंचायतराज चुनाव के साथ ब्यावर जिला परिषद का गठन करती है या फिर पहले ही जिला परिषद बनाएगी। वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कार्यालयों के माध्यम से कामकाज चल रहा है।
ब्यावर के कारण पंचायतराज का बढ़ेगा दायरा
नई जिला परिषद बनने के साथ ब्यावर जिले में शामिल हुए पाली व भीलवाड़ा जिले की कुछ पंचायत समितियां भी इसमें शामिल होंगी। इससे पंचायतराज का दायरा भी बढ़ेगा तो कुछ नए जनप्रतिनिधि भी ब्यावर में जुड़ेंगे।