किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में आंदोलन की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को उनकी मेहनत के वाजिब दाम नहीं मिल रहे। वह अपनी उपज शहरी बाजार तक लाता है लेकिन उसे लागत भी नहीं मिल पाती।
गांव का उत्पाद गांव में ही लेना होगा आंदोलन में गांव का व्यक्ति गांव में रहेगा, गांव का उत्पाद भी गांव में रहेगा। आपातकालीन स्थितियों को छोड़कर बस, जीप, रेल या अन्य किसी भी यातायात साधन का उपयोग नहीं होगा। यदि किसी को गांव का कोई उत्पाद खरीदना होगा तो उसे गांव में आना होगा। जिससे खरीदार को शुद्ध उत्पाद मिल सकेगा। किसान को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी और वह अपने उत्पाद का दाम स्वयं तय कर सकेगा।
जनजागरण अभियान शुरू उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रदेश भर में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। अभियान में किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी एवं प्रदेश मंत्री बत्ती लाल बैरवा को दायित्व सौंपे गए हैं। अजमेर जिले से प्रहलाद खुरडिया, सुगन सिंह खोकर, चतुर्भुज चौधरी, रामेश्वर घासल, तहसील अध्यक्ष रतन लाल भटेसर, रामसिंह सहित की अन्य जागरण अभियान का संयोजन करेंगे।
इन जिलों परं शुरुआती फोकसप्रथम चरण में 8 दिन तक 19 जिलों में जनसम्पर्क होगा। इनमें भीलवाड़ा, चितौडगढ़, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, सिरोही, पाली, ब्यावर, जयपुर अलवर, खैरथल तिजारा, कोटपूतली बहरोड़ में किसानों को जागरूक किया जाएगा।