सूत्रों के अनुसार जेजेएम योजना में 3 करोड़ 56 लाख स्वीकृत हुए थे, जिसमें से 1 जून 2022 को कठूमर कस्बे में 3 करोड़ 10 लाख रुपए का कार्यादेश जारी हुआ और सम्बंधित संवेदक को 2 जुलाई 2022 से काम शुरू करना था, लेकिन योजना उच्च जलाशय वाली जगह पर विवाद होने से काम कई माह देरी से शुरू हुआ।
योजना के तहत ये होना था कार्य योजना के तहत कठूमर को 2035 तक पानी उपलब्ध कराने के लिए एक उच्च जलाशय, पम्प हाउस, सीडब्लूआर, पांच ट्यूबबेल तथा 23 किमी राइजिंग व वितरण लाइन बिछानी थी। हालांकि कस्बे में 1759 कनेक्शनों की तुलना में 2100 कनेक्शन दिए गए है, लेकिन इन कनेक्शनों की हालत यह है कि ट्रायल चलते-चलते महीनों हो गए, लेकिन अंतिम छोर वाले घरों में न तो विभाग और न ही ठेकेदार पानी नहीं पहुंचा पाया है। पाइप लाइन कहीं गहराई कम तो कहीं ज्यादा डाल दी गई। कहीं ढंग से मिलान नहीं हुए तो कहीं लीकेज निकल रहे हैं।
इन इलाकों में नल अब भी सपना कठूमर में विभाग की ग़लत प्लानिंग के चलते पूरे कस्बे में नल कनेक्शन नहीं हो पाए। भनोखर रोड पर भाट बस्ती व जागृति काॅलोनी, खेरली रोड पर एक साइड, जनुथरिया मोहल्ला में मानखेडा के रास्ते वाला मोहल्ला, लक्ष्मणगढ़ रोड पर पेट्रोल पम्प के पास की एक-दो गली में करीब ढाई सौ उपभोक्ता कनेक्शन से वंचित रह गए। इसके अलावा अहिंसा सर्किल से अम्बेडकर पार्क से आगे तक नई लाइन नहीं बिछी। पुरानी को अभी तक कनेक्ट नहीं किया है। कस्बे के कई हिस्सों में नई लाइन बिछा तो दी,लेकिन टेस्टिंग के बाद अभी तक चालू नहीं की। वहां के बाशिंदे इधर-उधर से पानी का जुगाड कर रहे हैं।
प्लानिंग में खामी जलदाय विभाग की ओर से 2020 में प्लानिंग करते हुए कस्बे की सन 2035 में संभावित 13 हजार 700 की जनसंख्या मानते हुए योजना तैयार की थी, लेकिन पालिका परिक्षेत्र बढ़ने की संभावना को देखते जनसंख्या उस समय तक कहीं अधिक होंगी। योजना का पूरा पैसा खर्च हो गया, लेकिन कस्बे का करीब बीस फीसदी हिस्सा नए कनेक्शनों से वंचित रह गया। सड़कों की मरम्मत खर्च की भी पूर्ति नहीं हो पा रही है। अधिकतर गलियां खुदी पड़ी है। आगामी वर्षों में पानी की भ़डारण क्षमता भी कम पड़ना तय है। योजना के तहत डेढ़ किमी रोड की मरम्मत होनी थी, लेकिन विभागीय व ठेकेदार में तालमेल के अभाव चलते यह काम अभी पूरा नहीं हो पाया। मरम्मत नहीं होने का एक अन्य कारण अभी नई लाइन सही सलामत शुरू ही नहीं हो पाई है।
………………. 45 लाख का रिवाइज प्रपोजल भेजा है शेष रहे क्षेत्रों में नई लाइन बिछाने, सड़क मरम्मत आदि कार्यों के लिए 45 लाख का रिवाइज प्रपोजल भेजा जा चुका है। स्वीकृत होते ही काम शुरू कराया जाएगा। सभी नई लाइनों को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।
जेपी मीणा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, कठूमर। ………………. यह बोले लोग भनोखर रोड पर भाट बस्ती व रघुनाथ काॅलोनी में नई पाइप लाइन नहीं बिछाई। इस सम्बन्ध में कई बार विभाग व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है। पानी के लिए निजी साधनों पर निर्भर है।
केदारनाथ शर्मा, भनोखर रोड। ………………. कस्बे के खेरली रोड पर न तो पुरानी लाइन है न नई लाइन डाली। इसी रोड पर जाटव गली में पाइप लाइन तो डाल दी, लेकिन इस लाइन का मिलान कैसे होगा। क्योंकि रोड पर राइजिंग लाइन नहीं डाली।
रिंकी विमल जैन, खेरली रोड। ……………… अभी तो मैन मार्केट वाले जोन से पुरानी लाइन से पानी आ रहा था। अब नई लाइन से पानी शुरू कर दिया है। सब्जी मंडी स्थित कुछ घरों में नई लाइन नहीं डलने से पानी आना बंद हो गया। इसकी शिकायत विभाग को की है।
रमाकांत खंडेलवाल, सब्जी मंडी, कठूमर। ………….. वार्ड नं. दो की सेठ वाली गली में 13-20 घरों में पानी आए दस दिन से ज्यादा समय हो गया। नई लाइन से ऊंचाई वाले घरों में पानी नहीं पहुंच रहा। पानी की व्यवस्था इधर-उधर अथवा टैंकर डलवा करनी पड़ रही है।
रेखा रानी गुप्ता, सेठ वाला मोहल्ला वार्ड नं. दो ।