Alwar Rain: जुलाई के महीने का आगाज मंगलवार को झमाझम बारिश के साथ हुआ। पौ फटने से पहले ही इंद्रदेव ने शहर को तर कर दिया। लोग सुबह उठे तो आसमान से राहत बरसती नजर आई। शहर में 131 मिमी पानी बरसा और जुलाई की बारिश का कोटा पहले दिन ही पूरा हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अलवर में जुलाई में 100 मिमी औसत बारिश होती है। मंगलवार की बारिश शहरवासियों के लिए आफत भी बन गई। सड़कें जलमग्न हो गईं। नगर निगम ने नालों की सफाई पर लाखों रुपए खर्च रुपए खर्च किए। तीन का ठेका करीब 40 लाख में हुआ था।
इसके बावजूद नालों का कचरा सड़कों पर आ गया। पूरा शहर पानी-पानी हो गया। कुछ घंटों के लिए शहर थमा सा नजर आया। सुबह 11 बजे सड़कों का पानी उतरा तो शहर ने रफ्तार पकड़ी। इस एक बारिश ने ही नगर निगम और यूआईटी के दावों की पोल खोलकर रख दी।
यहां ज्यादा परेशान हुए लोग
ब्रह्मचारी मोहल्ले में गलियां पानी से भर गईं। बस स्टैंड, होपसर्कस के आस-पास के बाजारों में दो फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया। बिजली घर चौराहा, अबेडकर सर्किल, काली मोरी और एसएमडी सर्किल पर सड़क पानी में पूरी डूब गई। गायत्री मंदिर रोड पर घरों में पानी भर गया। सामान पानी में तैरता नजर आया। मनु मार्ग हाउसिंग बोर्ड के कई घरों में पानी घुस गया।
प्रताप स्कूल, संस्कृत महाविद्यालय परिसर में पानी भर गया। भवानी तोप सर्किल, अशोका टॉकीज के पास, विवेकानंद चौक, विवेकानंद नगर, कला कॉलेज ओवरब्रिज के पास, काली मोरी ओवरब्रिज और आरआर कॉलेज के पास सड़कें दरिया बन गई। मुय बाजार में भी जलभराव हो गया। दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो गए।