अलावड़ा कस्बे को उप तहसील व नगर पालिका, सीएचसी में डॉक्टर, उपकरण व 50 बेड़ सहित सुविधाएं बढ़ाने, स्कूल में खेल मैदान, पेयजल, पुरानी पानी की पाइप लाइनों को बदलने, बस लगाने की मांग रखी गई थी, लेकिन काम नहीं हुए। विधायक सुखवंत सिंह बनने के बाद अब अलावड़ा कस्बे को उमीद जगने लगी है।
अलावडा को उप तहसील व नगर पालिका का दर्जा मिलने से सुविधा होगी। एक वर्ष पहले केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने भी लोगों ने मांगें रखी थी कि अलावड़ा को उप तहसील और नगर पालिका का दर्जा दिलाने से न केवल कस्बे के लोगों को बल्कि आसपास के चार पांच दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को भी फायदा होगा।
शशिकांत शर्मा ने बताया कि अलावड़ा को उप तहसील और नगर पालिका का दर्जा दिलाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है, लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। सुनील जाटव ने कहा कि अलावड़ा को उप तहसील और नगर पालिका का दर्जा दिलाने से तीन-चार दर्जन से अधिक गांवों को भी फायदा होगा।
समाजसेवी संजय कालरा ने बताया कि अलावड़ा कस्बे में करीब 10000 से अधिक आबादी है, लेकिन यहां पर केवल एक ही बस सेवा है। निसार खान ने कहा कि कस्बे में पानी की सुविधा बहुत कम है, जिससे परेशानी होती है।