एमसीबी जिले के झगराखांड थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पनियादफाई निवासी प्रमिला यादव पति सोनू यादव २८ वर्ष गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर परिजन ने उसे डिलीवरी के लिए मनेन्द्रगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने महिला की स्थिति को गंभीर देखते हुए बैकुंठपुर जिला अस्पताल रेफर (Woman death case) कर दिया था।
यहां 21 दिसंबर को महिला की नॉर्मल डिलीवरी हुई। प्रसव के बाद महिला की गर्भ की सफाई नहीं हो पाई थी। वहीं महिला की स्थिति गंभीर थी। इस स्थिति में बैकुंठपुर जिला अस्पताल से चिकित्सकों ने उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया। परिजन ने उसे यहां 22 दिसंबर की सुबह मातृ व शिशु अस्पताल में भर्ती कराया।
यहां चिकित्सकों ने महिला के गर्भ की सफाई कर इलाज शुरू कर दिया था। महिला की स्थिति काफी गंभीर होने के कारण उसे एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया था। इसके बावजूद 23 दिसंबर की सुबह महिला की मौत (Woman death case) हो गई।
पति बोला- लापरवाही से गई जान
महिला की मौत के बाद उसके पति सोनू यादव ने इलाज में लापरवाही (Woman death case) का आरोप लगाया है। पति का कहना है कि समय पर ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पाई थी। ब्लड के लिए काफी देर तक परेशान रहा। इसके बावजूद मैंने अपने परिजन से डोनेट कराकर एक यूनिट ब्लड चढ़ाने को दिया था।
वहीं समय-समय पर चिकित्सक द्वारा देखा नहीं जा रहा था। ब्लीडिंग नहीं रूक पा रही थी। पति का कहना है कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण मेरा 3 दिन का बच्चा बिना मां के हो गया है। पति ने मुआवजे की मांग की है।
Woman death case: गंभीर थी महिला
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या का कहना है कि बैकुंठपुर से रेफर आने पर महिला को मातृ-शिशु वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था, महिला में हिमोग्लोबिन की कमी (Woman death case) थी। जांच में पता चला की महिला को सिकलिन की पुरानी बीमारी थी।
बैकुंठपुर अस्पताल में डिलीवरी होने के बाद उसे रेफर करने महिला को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं परिजन के आरोप के अनुसार मामले की जांच कराई जाएगी।