हाइब्रिड कार क्या है?
सबसे पहले आसान भाषा में यह समझ लेते है कि, हाइब्रिड कार आखिर होती क्या हैं? हाइब्रिड कार इंजन (पेट्रोल/डीजल) और बैटरी (इलेक्ट्रिक मोटर) दोनों से चलती है। यह ज्यादा माइलेज देती है और फ्यूल की बचत करती है। इसमें रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से बैटरी चार्ज होती है। इसमें कम प्रदूषण, कम मेंटेनेंस खर्च और बेहतर ड्राइविंग एक्सपीरियंस मिलता है।
ज्यादा माइलेज और कम फ्यूल खर्च
हाइब्रिड कारें पारंपरिक पेट्रोल-डीजल कारों के मुकाबले ज्यादा माइलेज देती हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो रोजाना लंबी दूरी तय करते हैं और फ्यूल के बढ़ते दामों से बचना चाहते हैं। ये भी पढ़ें- सस्ती और दमदार SUV लेनी है? 2025 में आ रहे हैं ये 4 नए मॉडल, Maruti से लेकर Tata तक लिस्ट में कम प्रदूषण, पर्यावरण के लिए बेहतर
हाइब्रिड कारें पूरी तरह पेट्रोल या डीजल पर निर्भर नहीं होतीं, जिससे इनका कार्बन उत्सर्जन कम होता है। यह खासकर भारतीय शहरों में बढ़ते प्रदूषण को कम करने में मददगार साबित हो सकती हैं।
रीजनरेटिव ब्रेकिंग से बैटरी की बचत
हाइब्रिड कारों में रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम होता है, जो ब्रेक लगाने पर बनने वाली ऊर्जा को दोबारा बैटरी में स्टोर कर लेता है। इससे बैटरी लाइफ बढ़ती है और कार की परफॉर्मेंस बेहतर होती है। ये भी पढ़ें- Honda Shine 125 का अपडेटेड मॉडल लॉन्च, नए कलर्स और एडवांस फीचर्स के साथ अब और स्टाइलिश आरामदायक और शांत ड्राइविंग एक्सपीरियंस
शहरों की ट्रैफिक वाली सड़कों पर हाइब्रिड कारें इलेक्ट्रिक मोड पर चलती हैं, जिससे इनका इंजन शोर कम करता है। इससे ड्राइविंग स्मूद और आरामदायक होती है।
सरकारी छूट और कम मेंटेनेंस खर्च
भारत सरकार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए FAME II जैसी योजनाओं के तहत सब्सिडी और टैक्स में छूट देती है। साथ ही, हाइब्रिड कारों का इंजन कम इस्तेमाल होता है, जिससे मेंटेनेंस खर्च भी कम आता है। ये भी पढ़ें- Kia Carens की कीमतों में इजाफा, जल्द लॉन्च होगा नया मॉडल क्या हाइब्रिड कार भारतीय ग्राहकों के लिए अच्छा विकल्प हैं?
हाइब्रिड कारें पेट्रोल-डीजल और इलेक्ट्रिक वाहनों के बीच एक बैलेंस्ड ऑप्शन हैं। यह ज्यादा माइलेज देती हैं और फ्यूल की बचत करती हैं, लेकिन इनकी कीमत सामान्य कारों से ज्यादा होती है।
हालांकि, भारतीय ग्राहकों के लिए हाइब्रिड कारें बेहतर विकल्प साबित हो सकती हैं क्योंकि फ्यूल (पेट्रोल-डीजल) की बढ़ती कीमतों से बचा जा सकता है और चार्जिंग स्टेशन की जरूरत भी नहीं पड़ती है। लंबे समय में हाइब्रिड कारेंकम खर्चीली साबित होती हैं।
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2024 तक भारत में 34 से ज्यादा हाइब्रिड कारें बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें
मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा, टोयोटा हाईराइडर और टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस जैसी कारें शामिल हैं। हाइब्रिड कारों की संख्या बढ़ रही है, जिससे ग्राहकों को फ्यूल की बचत और कम प्रदूषण वाली गाड़ियां खरीदने के और भी अच्छे विकल्प मिल रहे हैं।
हाइब्रिड कारें उन ग्राहकों के लिए सही साबित हो सकती हैं, जो माइलेज, पर्यावरण की रक्षा और मेंटेनेंस में बचत को प्राथमिकता देते हैं। हालांकि, ये सामान्य कारों से थोड़ी महंगी हैं, लेकिन लंबे समय में यह एक अच्छा निवेश साबित हो सकती हैं।