राम मंदिर में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या
भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही, ट्रस्ट को मिलने वाले दान में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि धार्मिक पर्यटन में वृद्धि के चलते पिछले पांच वर्षों में ट्रस्ट ने सरकार को 396 करोड़ रुपये का टैक्स भुगतान किया है।
ट्रस्ट द्वारा किए गए प्रमुख व्यय
राम जन्मभूमि परिसर के निर्माण और विकास कार्यों पर ट्रस्ट ने पिछले पांच वर्षों में 2150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें विभिन्न खर्चों का विवरण निम्नलिखित है: 1. मंदिर निर्माण पर खर्च: 1200 करोड़ रुपये 2. सरकारी एजेंसियों को भुगतान: 396 करोड़ रुपये 3. जीएसटी (GST) भुगतान: 272 करोड़ रुपये 4. टीडीएस (TDS) जमा: 39 करोड़ रुपये
5. लेबर सेस: 14 करोड़ रुपये 6. पीएफ और ईएसआई: 7.4 करोड़ रुपये 7. इंश्योरेंस पॉलिसी: 4 करोड़ रुपये 8. जन्मभूमि के नक्शे की स्वीकृति: 5 करोड़ रुपये
9. भूमि खरीद पर स्टांप ड्यूटी: 29 करोड़ रुपये 10. बिजली बिल: 10 करोड़ रुपये
14.90 करोड़ रुपये रॉयल्टी के रूप में सरकार को भुगतान
ट्रस्ट ने सरकार को रॉयल्टी के रूप में 14.90 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इसमें मंदिर निर्माण में उपयोग किए गए पत्थर, गिट्टी और ग्रेनाइट की रॉयल्टी भी शामिल है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद धार्मिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है। ट्रस्ट श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहा है। इसमें धर्मशालाओं, यात्री निवास, सड़कों और परिवहन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।