बारात के दौरान हुआ बवाल
ग्रामीणों के अनुसार, तीन जून को गांव में आई एक बारात के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद हो गया था। आरोप है कि बारात में शामिल कुछ युवकों ने महिलाओं और लड़कियों के डांस का वीडियो बनाना शुरू किया और छेड़खानी की। विरोध करने पर मामला बढ़ गया और दोनों पक्षों में मारपीट हो गई, जिसमें आठ लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लगभग आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन प्रभावित पक्ष का आरोप है कि इसके बावजूद उनके प्रति किसी भी प्रकार की ठोस सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। उनका कहना है कि पूजा-पाठ, शादी-ब्याह जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में भी उन्हें परेशान किया जाता है। डीजे बजाने या अन्य आयोजन करने पर रोक लगाई जाती है। साथ ही, लड़कियों के वीडियो बनाकर छेड़खानी की घटनाएं भी सामने आती हैं।
जानिए क्या है ग्रामीणों का आरोप
प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन न तो पुलिस और न ही जिला प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर कोई गंभीरता दिखाई। उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार धमकियां मिलती हैं और अब उनका गांव में रहना मुश्किल होता जा रहा है, इसलिए वे अपने मकान बेचकर पलायन की तैयारी में हैं। मुबारकपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक निहान नंदन ने बताया कि तीन जून की घटना के संबंध में दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और कुछ अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए लगातार पुलिस गश्त की जा रही है और शांति बनाए रखने के प्रयास जारी हैं।