यह मामला उमेश यादव, निवासी सेखमौली द्वारा IGRS पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद उजागर हुआ। मामले की जांच जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) उपेंद्र कुमार द्वारा की गई। जांच में सामने आया कि 17 मई को विद्यालय के खाते में केवल 24 हजार रुपये जमा किए गए, जबकि काटे गए लगभग 150 पेड़ों की अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये से कम नहीं आंकी गई है। जांच में यह भी पाया गया कि अब केवल तीन बीघा क्षेत्रफल में 60 पेड़ शेष रह गए हैं।
जांच में सबकुछ आया सामने
जांच रिपोर्ट में गबन की पुष्टि होने पर DIOS उपेंद्र कुमार ने संबंधित शिकायत प्रभारी अधिकारी, कलेक्ट्रेट को पत्र भेजकर प्रबंधक सभापति सिंह को निर्देशित किया है कि वे 20 लाख रुपये विद्यालय के खाते में जमा करें। साथ ही बिना DIOS की पूर्व अनुमति के विद्यालय कोष से किसी भी प्रकार की धनराशि निकाले जाने पर रोक लगा दी गई है। इस कार्रवाई के बाद विद्यालय प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। DIOS उपेंद्र कुमार ने कहा, “विद्यालय के प्रबंधक द्वारा बिना अनुमति के पेड़ों की कटाई और धनराशि जमा न करने की शिकायत मिली थी। जांच में आरोप सही पाए गए हैं। नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।”