परिजनों के अनुसार, अनुराधा की शादी 2014 में तहबरपुर थाना क्षेत्र के नैपुरा गांव में हुई थी, लेकिन 10 वर्षों तक संतान न होने से वह मानसिक तनाव में थी। इसी के चलते वह अपनी मां के साथ रविवार शाम करीब छह बजे तांत्रिक के पास पहुंची। आरोप है कि अनुष्ठान के दौरान सोखा और उसके चार-पांच सहयोगियों ने महिला के बाल खींचे, गला और मुंह दबाया तथा उसे नाले और शौचालय का गंदा पानी तक पिलाया गया।
अनुराधा की मां ने जब इसका विरोध किया, तो सोखा ने इसे “छाया मुक्ति” का हिस्सा बताते हुए अनुष्ठान जारी रखा। कुछ देर बाद अनुराधा की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद सोखा और उसके लोग उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां रात करीब 9 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत के बाद तांत्रिक सोखा अस्पताल में शव छोड़कर फरार हो गया। इस घटना की खबर फैलते ही परिजनों और ग्रामीणों ने आक्रोश में आकर अस्पताल परिसर में हंगामा करते हुए सोखा की गिरफ्तारी की मांग की। मौके पर कंधरापुर थाना अध्यक्ष केके गुप्ता और सीओ सिटी पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
बाद में देर रात तांत्रिक सोखा खुद थाने पहुंच गया, जबकि उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। मृतका के परिजनों का आरोप है कि सोखा ने संतान प्राप्ति का एक लाख रुपये में ठेका लिया था, जिसमें से 22 हजार रुपये एडवांस ले चुका था।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सोखा ने अपने घर पर कई मंदिर और मूर्तियां स्थापित कर तंत्र-मंत्र का जाल फैला रखा है। उसके पूरे परिवार पर इसी अवैध गतिविधि में शामिल होने के आरोप हैं। लोगों का कहना है कि पहले भी उसके द्वारा ऐसे अनुष्ठानों में महिलाओं और बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका अनुराधा अपने परिवार में तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश में टीमें गठित की गई हैं।