गुरूवार को मौका स्थल पर स्थानीय रहवासी एकजुट हुए। जिन्होंने अपनी समस्या बताते हुए नपा के प्रति जमकर आक्रोश जाहिर किया। रहवासियों ने नपाध्यक्ष, स्वच्छता प्रभारी और वाहन शाखा के कर्मचारियों पर उनके वार्ड की उपेक्षा किए जाने के आरोप भी लगाए। वार्ड पार्षद के अनुसार वे कई दिनों से कचरा वाहन और जेसीबी मशीन वार्ड में पहुंचाए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
वार्ड वासियों ने बताया कि जिस स्थान पर बड़ी मात्रा में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, ठीक उसके सामने ही आंगनवाड़ी केन्द्र कुछ दूरी पर स्वास्थ्य केन्द्र और स्कूल भी स्थित है। कोसमी के ग्रामीण उनके वार्ड की सीमा में रात के समय कचरा, गंदगी, बचा हुआ भोजन और मरे हुए कुत्ते बिल्ली तक लाकर फेंक देते हैं। कई दिनों से इस गंदगी का उठाव नहीं होने से गंदगी सढकऱ सढ़ांध मारती दुर्गंध आने लगी है। हवा चलने पर वार्ड 30, 31 का वातावरण प्रदूषित रहता है। आंगनवाड़ी और स्कूली बच्चों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
पार्षद प्रवीण मदनकर ने बताया कि रहवासियों की इस गंभीर समस्या को लेकर उन्होंने नपा के वाहन शाखा प्रभारी से कचरा वाहन और जेसीबी मशीन भेजे जाने का आग्रह किया। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी तरह स्वच्छता प्रभारी मैडम को भी समस्या से अवगत कराया गया। इसके बावजूद महिना बीत जाने पर भी सफाई कार्य नहीं करवाया गया है। पार्षद ने आरोप लगाया है कि नपा परिषद में सिर्फ वीआईपी लोगों की ही सुनवाई होती है। उनकी और उनके वार्ड की उपेक्षा की जा रही है।
पूरे मामले में पार्षद और स्थानीय रहवासियों ने शीघ्रता से अस्थाई डंपिग यार्ड की सफाई करवाए जाने और खुले स्थान पर गंदगी फेंकने वालों पर जुर्माना सहित अन्य सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
हमारे घर के सामने ही कचरा गंदगी और मरे हुए जानवरों को फेंक दिया गया है। सढंाध मारती दुर्गंध से जीना मुहाल हो गया है। कई बार शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जयवंता बाई, रहवासी
परसराम चिचले, रहवासी
प्रवीण मदनकर, पार्षद वार्ड 30
प्रीति घरड़े, स्वच्छता प्रभारी नपा बालाघाट