स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडूराव ने गुरुवार को आरोग्य सौधा में इस कार्यक्रम का आधिकारिक शुभारंभ करने के बाद कहा कि यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, सेल्को फाउंडेशन के सहयोग से इस महत्वाकांक्षी परियोजना को क्रियान्वित कर रहा है। अब तक राज्य के 1,152 स्वास्थ्य सुविधाओं को सौर ऊर्जा से जोड़ा गया है। सौर ऊर्जा ने स्वास्थ्य केंद्रों के बिजली बिलों में 70 फीसदी तक की कमी की है। इससे राज्य सरकार को अगले 10 वर्षों में 100 करोड़ रुपए से अधिक की बचत होगी। सभी केंद्र महंगे डीजल जनरेटर से मुक्त हैं। रायचूर जिले में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं अब सौर ऊर्जा से चलती हैं।मंत्री ने कहा कि सौर स्वास्थ्य न केवल चौबीसों घंटे संचालन और स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करेगा बल्कि हमारे अस्पतालों के बिजली बिलों के मामले में भी भारी बचत करेगा।
सेल्को फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हरीश हांडे ने कहा, हमारा लक्ष्य भारत के सभी राज्यों और अन्य देशों के साथ सहयोग करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक नागरिक को विकेन्द्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से उनके दरवाजे पर किफायती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सके।