कौन-कौन फंसे, किस पर गिरी गाज:
बरेली जिले में हाल ही में 311 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियुक्ति की गई थी। भर्ती परिणाम घोषित होते ही कई जगहों से अनियमितताओं की शिकायतें आने लगीं। कुल 53 मामलों की शिकायत प्रशासन तक पहुंची, जिनमें से 21 मामलों में फर्जी दस्तावेजों की पुष्टि हुई। इनमें से 19 आंगनबाड़ी वर्करों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। एक मामले पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, जबकि एक अन्य केस में प्रमाण पत्र निरस्त होने के बावजूद चयन पर प्रभाव नहीं पड़ा।
नौकरियां जाएंगी, नए अभ्यर्थियों को मिलेगा मौका:
जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुसार, नौ केंद्रों पर चयनित कार्यकत्रियों ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया था, लिहाजा वहां पर दूसरे नंबर के पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्त किया जाएगा। वहीं, 10 आंगनबाड़ी केंद्रों के पद रिक्त घोषित कर दिए जाएंगे।
जिम्मेदार लेखपाल भी घेरे में:
फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में संलिप्त पाए गए तीन लेखपालों को जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा सात अन्य लेखपालों के खिलाफ विभागीय जांच प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं को रोकने के लिए प्रमाण पत्रों की गहन जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “आंगनबाड़ी जैसी महत्वपूर्ण योजना में किसी भी तरह की फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”