घटना सोमवार रात की है। किला क्षेत्र के स्वालेनगर निवासी शाहरुख ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन उरुज फातमा की शादी डेढ़ साल पहले हुसैन बाग निवासी शमशुल इस्लाम उर्फ कादिर से की थी। उरुज गर्भवती थी और बीते तीन महीने से मायके में रह रही थी। इस दौरान उसका पति एक बार भी उसे देखने नहीं आया।
बेटी की खबर सुनते ही आपे से बाहर हुआ
सोमवार रात उरुज को प्रसव पीड़ा हुई तो परिजनों ने उसे मिनी बाईपास स्थित राधिका अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने जच्चा-बच्चा की हालत नाजुक बताकर तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। परिजन लगातार कादिर को फोन करते रहे, लेकिन वह हर बार अभी आ रहा हूं कहकर टालता रहा। रात करीब 10:45 बजे कादिर चार युवकों के साथ अस्पताल पहुंचा। जैसे ही उसे बताया गया कि लड़की हुई है, वह आपा खो बैठा। आरोप है कि उसने पत्नी को गंदी-गंदी गालियां दीं और कहा तूने बेटी कैसे पैदा कर दी, अब मैं तुझे नहीं रखूंगा। जब ससुर शब्बीर अहमद और साले शाहरुख ने समझाने की कोशिश की, तो उन पर भी हाथ उठा दिया।
साथ आए युवकों ने भी की मारपीट, दी जान से मारने की धमकी
कादिर के साथ आए युवकों ने भी हाथ चलाए और परिजनों को जान से मारने की धमकी दी। अस्पताल में अफरातफरी मच गई। किसी ने 112 नंबर पर कॉल कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। पीड़िता के भाई की तहरीर पर इज्जतनगर पुलिस ने पति शमशुल इस्लाम उर्फ कादिर समेत चार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।