मुख्य आरोपी आरिश खान उर्फ बाबा खुद को सोशल मीडिया पर आर्टिस्ट बताता है, लेकिन उसकी गतिविधियां बार-बार कानून को चुनौती देने जैसी रही हैं। वह अपने दोस्तों के साथ न केवल अवैध हथियारों के साथ वीडियो बनाता है, बल्कि गिरफ्तारी के बाद थाने में बैठकर भी मोबाइल से रील बनाने से बाज नहीं आया।
बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने हथियारों से जुड़ी पोस्ट पर कार्रवाई करते हुए इन युवकों को थाने बुलाया, उसी दौरान तीनों ने चुपके से एक और वीडियो तैयार किया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में थाने की दीवारें और खाकी वर्दी में पुलिसकर्मी साफ नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। आला अफसरों ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। अब यह जांच का विषय बन गया है कि थाने के भीतर मोबाइल कैसे पहुंचा और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इसकी अनदेखी कैसे की।
सीओ हाईवे नीलेश मिश्रा ने कहा कानून का उपहास करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। थाने के अंदर रील बनाना गंभीर लापरवाही है। जांच के आधार पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी सुरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि पुलिस अब आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और शासकीय कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है।