कार्रवाई सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई, जिसमें मजिस्ट्रेट, बीडीए सचिव, नायब तहसीलदार, सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा। एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर प्रशासन ने पूरी योजना के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया।
अवैध निर्माण को लेकर पहले ही दी जा चुकी थी चेतावनी
बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अधिकारियों के अनुसार, जुबेर का होटल बिना नक्शे की स्वीकृति के अवैध रूप से बनाया गया था। इस पर बीते दिनों कई बार नोटिस भी भेजे गए, लेकिन जवाब नहीं दिया गया। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए बुधवार को यह निर्माण ध्वस्त कर दिया गया।
लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय
जुबेर उर्फ ‘पाया’ बरेली जिले के टॉप-10 अपराधियों में शामिल है। उस पर गौवध, जानलेवा हमला, गैंगस्टर एक्ट, अवैध असलहे रखना, लूट की योजना बनाना, रंगदारी और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर धाराओं में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं।
जेल से छूटने के बाद फिर हुआ सक्रिय
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जुबेर अप्रैल में जेल से जमानत पर छूटने के बाद मुंबई चला गया था। वापस लौटने के बाद वह दोबारा आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो गया। 6 जून को मुखबिर की सूचना पर उसे विकास भवन के पीछे से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 315 बोर का तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है।
एसएसपी की अगुवाई में माफियाओं पर शिकंजा
एसएसपी अनुराग आर्य की सख्त कार्यशैली और ‘नो टॉलरेंस’ नीति का असर अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। उनके नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन लगातार माफियाओं, भू-माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। एसएसपी ने कहा कि अपराध और अवैध संपत्तियों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
एसपी सिटी भी पहुंचे मौके पर
एसपी सिटी मानुष पारीक ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया उन्होंने बताया कि आरोपी जुबेर पाया को बारादरी पुलिस ने 5 जून को तमंचे के साथ गिरफ्तार किया था। उसके बाद वह जमानत पर बाहर आ गया। तभी से फरार है। उस पर 13 मुकदमे दर्ज हैं।