थाना क्षेत्र के उड़ला जागीर निवासी तस्लीम ने बताया कि गांव के ही हसीन ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी पुश्तैनी जमीन पर अवैध कब्जे की कोशिश की थी। इस मामले में उनके पिता ने एसडीएम सदर के न्यायालय में वाद दाखिल किया, जिस पर स्टे ऑर्डर भी मिल चुका है। बावजूद इसके जमीन पर निर्माण कार्य जारी रहा। विरोध करने पर तस्लीम के परिवार के साथ मारपीट की गई थी।
तस्लीम के अनुसार उपमुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। इसी दौरान विपक्षी पक्ष ने समझौते का दबाव बनाना शुरू कर दिया। समझौता न करने पर आठ जुलाई को हसीन, फईम, नईम, अकील, वसीम, वकील, शकील और बुंदन नाम के व्यक्ति तस्लीम के घर में घुस आए और परिजनों के साथ गाली-गलौज करते हुए महिलाओं से मारपीट की।
पीड़ित के अनुसार आरोपियों में शामिल नईम खां ने धमकी देते हुए कहा कि मेरा साला ग्राम प्रधान है, थाने में सेटिंग है, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर बिथरी चैनपुर थाना पुलिस ने सभी आठ आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच की जा रही है।