बैठक में सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह ने बताया कि जिले में एंटीजन किट पहुंच चुकी हैं और जल्द ही सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड की जांच दोबारा शुरू हो जाएगी। साथ ही अगर कोई मरीज आरटीपीसीआर जांच में पॉजिटिव मिलता है और उसकी सीटी वैल्यू 25 से कम होती है, तो उसके सैंपल को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा जाएगा, ताकि यह पता चल सके कि वायरस का कौन सा वैरिएंट एक्टिव है।
फिलहाल बरेली में एक भी एक्टिव केस नहीं
डॉक्टरों की मानें तो अभी तक जिले में कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। 19 मई 2023 को बरेली में आखिरी कोविड पॉजिटिव केस मिला था। लेकिन अगर फिर से केस बढ़ते हैं, तो मास्क पहनना, हाथ धोना और खांसी-शिष्टाचार जैसे नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। बैठक में यह भी तय हुआ कि जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है- जैसे कि कैंसर मरीज, ऑर्गन ट्रांसप्लांट करवा चुके लोग या गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज उन पर खास नजर रखी जाएगी।
जांच रिपोर्ट्स अब रोजाना ऑनलाइन
फिलहाल जिले में पांच सरकारी कोविड अस्पतालों में 460 बेड तैयार हैं, जबकि 19 प्राइवेट अस्पतालों में 2,531 बेड आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा, सभी जांच रिपोर्ट्स को रोजाना यूडीएसपी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी देवयानी, एडीएम संतोष कुमार सिंह, सीएमएस, एसआरएमएस, राजश्री मेडिकल कॉलेज और अन्य निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।