शिक्षा मंत्री के अपने गांव में आने की सूचना पाकर कक्षा 12वीं का छात्र मूलाराम सुथार और उसका साथी जोराराम मंत्री से मिलने पहुंचे। बच्चों ने स्टाफ से मंत्री से मिलाने का आग्रह किया। रात ज्यादा हो जाने के कारण स्टाफ ने बच्चों को घर जाने और सुबह आने को कहा।
इसके बाद बच्चे सुबह-सुबह फिर आ गए। स्टाफ ने शिक्षा मंत्री दिलावर से बच्चों को मिलवाया। शिक्षा मंत्री ने बच्चों को प्यार से अपने पास बिठाया। साथ ही फोटो खींचाई और मिलने आने का कारण पूछा। तो बारहवीं का छात्र मूलाराम स्कूल में चलने का आग्रह करने लगा।
शिक्षा मंत्री ने बच्चे को समझाया कि अर्धवार्षिक परीक्षा प्रारंभ हो गई है। हम स्कूल नहीं जाएंगे, लेकिन बच्चा जिद करने लगा कि शिक्षा मंत्री को अपने स्कूल में ले जाकर स्कूल दिखाऊंगा। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बुड़ीवाड़ा के छात्र मूलाराम की जिद्द को देखकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बच्चे को समझाया तुम्हारी भी परीक्षा है और मैं स्कूल जाऊंगा तो व्यवधान होगा। बच्चा नहीं माना तो मंत्री ने बच्चे का मान रखते हुए कहा कि मैं तुम्हारे घर चलूंगा अगर तुम लेकर चलोगे तो?
मूलाराम शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की बात से खुश हो गया और मंत्री दिलावर के साथ उनकी गाड़ी में बैठकर अपने घर लेकर गया। रास्ते में उसने बाहर से ही अपना स्कूल भी दिखाया। घर पर शिक्षा मंत्री का सरकारी काफिला आता देख पूरा परिवार हैरान रह गया। शिक्षा मंत्री दिलावर ने परिवारजनों के साथ फोटो खिंचवाई और मूलाराम को आशीर्वाद दिया और खूब मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया।