हैरान कर देने वाली बात ये है कि आतंकी हमले को लेकर देश के लोगों में गुस्सा है। राजस्थान सहित जगह-जगह आतंकियों को सबक सीखाने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन, सरकारी टीचर ने आतंकी हमले को प्रोपेगेंडा बताया है। इस पोस्टर के बाद पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया। वहीं, शिक्षा विभाग ने भी विवादित पोस्ट करने वाले शिक्षक पर बड़ा एक्शन लिया है।
आतंकी हमले को बताया था प्रोपेगेंडा
गुड़ामालानी थाना पुलिस के अनुसार पायला कल्ला ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पीपाजी की ढाणी में पदस्थापित टीचर जसवंत डाभी निवासी गोलिया कला ने सोशल मीडिया पर पहलगाम हमले को लेकर सेना, सरकार और मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करते हुए मृतकों की सूची शेयर की। साथ ही आतंकी हमले को प्रोपेगेंडा बताया था।
ये डाला था स्टेटस
सरकारी टीचर ने स्टेटस पर आतंकी हमले को प्रोपेगेंडा बताते हुए मृतकों की लिस्ट डाली थी। उसने लिखा था कहा कि ‘अगर धर्म पूछ कर मारा होता, तो शायद सैय्यद आदिल हुसैन शाह जिंदा होता।‘ टीचर ने देश की मीडिया पर झूठ फैलाने का आरोप भी लगाया। साथ में कहा कि पहलगाम पुलवामा की तरह एक प्रोपेगेंडा है। टीचर के स्टेटस का स्क्रीनशॉट लेकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि, बाद में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया है। टीचर गिरफ्तार, शिक्षा विभाग ने भी दिए जांच के आदेश
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने पर पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि आरोपी शिक्षक को शांतिभंग में गिरफ्तार किया पुलिस की शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होने के बाद शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए है।
यह भी पढ़ें माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
बाड़मेर के एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने कहा कि आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने पर लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने सोशल मीडिया पर खास नजर बनाए रखने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस लगातार आतंकी हमले को लेकर विवादित पोस्ट करने वालों पर नजर रख रही है।