एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि 24 जून को चौहटन थाना क्षेत्र के कापराऊ निवासी सताराम जाट ने सदर पुलिस थाने में अपनी आपबीती बताई। सताराम ने बताया कि एक लड़की के पिता ने उसे अपनी बेटी के मोबाइल से मैसेज भेजकर एक कमरे में बुलाया। वहाँ पहुँचते ही लड़की के पिता, उसका भतीजा और अन्य साथियों ने मिलकर सताराम को घेर लिया। आरोपियों ने सताराम के साथ मारपीट की और उसे बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
आपत्तिजनक फोटो-वीडियो भी बनाए
आरोपियों ने सताराम को नग्न कर उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी बना लिए। इन वीडियो और तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देते हुए उन्होंने सताराम से ₹20 लाख की फिरौती की मांग की। जब सताराम ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई, तो अपराधियों ने 5 लाख देने पर ही उसे छोड़ने की बात कही। सताराम ने अपनी जान बचाने के लिए अपने रिश्तेदारों को फोन कर 5 लाख का इंतजाम करने को कहा। सताराम के रिश्तेदारों ने बिना समय गंवाए इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एसपी मीना के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस और वृताधिकारी रमेश कुमार शर्मा के सुपरविजन एवं सदर थानाधिकारी सुमेरसिंह इन्दा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
फिरौती मांगने वालों की तलाश शुरू
वहीं, 24 जून की रात ही पुलिस को महाराजा स्कूल रोड, शिवनगर बाड़मेर स्थित एक मकान के बारे में सटीक जानकारी मिली, जहाँ सताराम को बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस टीम ने बिना देर किए उस ठिकाने पर छापा मार सताराम को अपराधियों के चंगुल से मुक्त करा लिया। इसके बाद पुलिस ने फिरौती मांगने वाले आरोपियों की तलाश शुरू की। इसके लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया और आसूचना व तकनीकी सहायता का उपयोग कर दो मुख्य आरोपियों को दबोच लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपी देवेंद्र चौधरी पुत्र तुलछाराम (22) और हुकमाराम पुत्र भैराराम (54) निवासी लाभु का तला खडीन थाना रामसर हैं। पुलिस इस हनीट्रैप गैंग के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है।