बता दें कि मृतकों में शिवराम पुत्र नगाराम, उसकी पत्नी कविता, दो बेटे बंजरग और रामदेव शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया यह मामला पारिवारिक कलह से जुड़ा प्रतीत होता है, लेकिन पूरी पड़ताल जारी है।
मजदूरी करता था शिवराम
पुलिस ने बताया कि शिवराम मजदूरी करता था और कुछ दिन पहले ही काम से लौटकर गांव आया था। मंगलवार शाम जब घर के आसपास कोई हलचल नजर नहीं आई तो पड़ोसियों को शक हुआ। उन्होंने घर जाकर देखा तो चारों के शव घर के पास बने पानी के टांके में मिले। इस मंजर को देखकर गांव में हड़कंप मच गया।
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सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। भियाड़ चौकी प्रभारी जालाराम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। साथ ही रामसर वृत्ताधिकारी मानाराम गर्ग भी घटना स्थल पहुंचे। पुलिस ने विवाहिता कविता के पीहर पक्ष को सूचित किया और वरिष्ठ अधिकारियों को भी पूरी जानकारी दी।
ग्रामीणों की मौजूदगी में निकाले शव
ग्रामीणों की मौजूदगी में शवों को टांके से बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पूरे गांव में इस दर्दनाक हादसे से शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह दुर्घटना थी या आत्महत्या जैसी कोई साजिश।