Beawar: ब्यावर जिला परिषद का हुआ गठन, 27 वार्ड बनाए गए, ग्रामीण राजनीति में आएगा बड़ा बदलाव
जिला परिषद, पंचायत समिति पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन व नवसृजन को लेकर प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इन पर आने वाली आपत्तियों के निस्तारण के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
राजस्थान के नवगठित ब्यावर जिले की प्रस्तावित जिला परिषद का गठन कर लिया गया है। इसमें कुल 27 वार्ड बनाए गए हैं। जिले में दो नई पंचायत समितियों को सृजित करना भी प्रस्तावित किया गया है। इसमें जवाजा पंचायत समिति को पुनर्गठित कर नरबदखेडा एवं जैतारण को पुनर्गठित कर रास पंचायत समिति को सृजित किया गया है।
अजमेर, पाली, भीलवाड़ा व राजसमंद से पृथक की जाने वाली पंचायत समितियों, ग्राम पंचायतों को नवगठित कर ब्यावर की जिला परिषद का भाग रखा जाना प्रस्तावित किया गया है। इन पर आमजन एक माह यानी छह मई तक आपत्तियां प्रस्तुत कर सकेंगे। जिला परिषद का पहला वार्ड नवसृजित पंचायत समिति रास का रखा गया है। इसमें कुल तीन वार्ड रहेंगे। इसी प्रकार जैतारण पंचायत समिति के चार वार्ड बनाए गए हैं। रायपुर पंचायत समिति के कुल 5 वार्ड बनाए गए हैं। पंचायत समिति जवाजा पुनर्गठित के 4 वार्ड प्रस्तावित किए गए हैं।
नवसृजित पंचायत समिति नरबदखेडा के कुल 4 वार्ड बनाए गए हैं। इसी प्रकार पंचायत समिति बदनोर पुनर्गठित कर कुल दो वार्ड बनाए गए हैं। मसूदा पंचायत समिति के कुल 5 वार्ड बनाए गए हैं। जिला परिषद का आखिरी वार्ड संख्या 27 में मसूदा पंचायत समिति की ग्राम किराप, मानपुरा, मोयणा, गुवारडी, देवपुरा, जसवंतपुरा लहरी, खरवा, पीपलाज, कानखेडा व मायला को प्रस्तावित किया गया है। पहला वार्ड नवसृजित रास पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कुडकी, कोटडिया, सेवरिया, पालियावास, रास, केसरपुरा पाटन, बगतपुरा मंडी चौराहा, बस्सी चैनपुरा, केकिन्दडा, धनेरिया, भूबलिया, अमरपुरा, बलुपुरा को शामिल किया गया।
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यहां दे सकेंगे आपत्तियां
जिला परिषद गठन को लेकर जो वार्ड बनाए गए हैं, इनमें उपखंड अधिकारी, तहसीलदार या कलक्टर कार्यालय में आपत्तियां प्रस्तुत कर सकेंगे। जिला परिषद गठन पर आपत्तियां सुनने के बाद वार्डों पर मोहर लग जाएगी।
कमेटी का गठन
जिला परिषद, पंचायत समिति पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन व नवसृजन को लेकर प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इन पर आने वाली आपत्तियों के निस्तारण के लिए कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी का जिला नोडल अधिकारी अतिरिक्त कलक्टर मोहनलाल खटनवालिया को बनाया गया है। कमेटी में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाललाल मीणा, रामेश्वरसिंह लखावत एवं तहसीलदार हनुतसिंह को शामिल किया गया है।
प्रधान बनने का गणित गठित
नवगठित ब्यावर जिले के जिला परिषद के वार्ड गठन के साथ ही अब जिला परिषद सदस्य के दावेदारों का आकलन शुरू होगा। इसके साथ ही जिले में रास व नरबदखेडा के नई पंचायत समिति सृजित होने से प्रधानी पर भी दावेदारों की नजर रहेगी। ऐसे में अब तक ब्यावर की राजनीति जवाजा पंचायत समिति के प्रधान पर टिकी रहती थी। अब ग्रामीण राजनीति में जवाजा, नरबदखेडा व रास पंचायत समिति के प्रधान पर भी ब्यावर की राजनीति का जुड़ाव बढ़ेगा। इसके अलावा जिला परिषद गठन में भी नई सृजित पंचायत समितियों का प्रभाव प्रभावी रहेगा।