कामां थाना क्षेत्र के गांव अकाता में गुरुवार को ऑनलाइन साइबर ठगी के खिलाफ पूर्व सरपंच गफूर खान व मुनेश सिंह की मौजूदगी में एक पंचायत की गई। जिसमें गांव के करीब पांच सौ ग्रामीणों ने भाग लिया। पंचायत में एक 60 सदस्यों की कमेटी बनाई गई। जो ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले ठगों पर नजर रखेगी। और उनकी सूचना कामां पुलिस को देगी। एएसपी महेश मीणा ने बताया कि गांव अकाता में ऑनलाइन साइबर ठगी के खिलाफ गुरुवार को पंचायत की गई है। जिसमें गांव के करीब पांच सौ लोगों ने भाग लिया था। पंचायत में सीओ धर्मराज चौधरी, कामां थाना प्रभारी अंतुलाल, धिलावटी पुलिस प्रभारी इंचार्ज सुखदेव सिंह भी मौजूद थे। पंचायत में साइबर ठगी नहीं करने को लेकर ग्रामीणों सहित युवाओं से समझाइश की गई। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में गांव अकाता के ही 60 से 70 लोगों की एक कमेटी बनाई गई। कमेटी के हर व्यक्ति को 5 घरों के युवाओं की जिम्मेदारी दी गई है। हर व्यक्ति 5 घरों पर नजर रखेगा और अगर उसमें से कोई भी युवा या व्यक्ति ऑनलाइन साइबर ठगी करता हुआ पाया गया तो इसकी सूचना कमेटी का सदस्य पुलिस को देगा। इसके अलावा पंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर किसी भी ऑनलाइन साइबर ठग की लोकेशन गांव अकाता में आती है तो गांव के लोग व कमेटी के सदस्य उसे पुलिस के हवाले करेंगे। पंचायत में मौजूदा लोगों ने ऑनलाइन साइबर ठगी नहीं करने व साइबर ठगों का साथ नहीं देने की बात भी कही।
पढ़ाई को छोडकऱ युवा अपराध की ओर एएसपी महेश मीणा ने ग्रामीणों से कहा कि आज के युवाओं के हाथों में पुस्तक होनी चाहिए थी। लेकिन अब युवा ऑनलाइन साइबर ठगी जैसे अपराधों की ओर बढ रहे हैं। जो चिंता का विषय है। ऐसा नहीं होना चाहिए। जिससे आगे की आने वाली पीढ़ी पर भी प्रभाव पडेगा और आपकों यह संकल्प लेना चाहिए की अपराध को छोडकऱ आप एक सीधी साधी जिन्दगी जीएं।