दुर्ग कोतवाली टीआई विजय यादव ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 5.30 बजे सूचना मिली। तत्काल पेट्रोलिंग टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि ओडिशा कालाहांडी बिजेपुर निवासी तेयराज नायक (25 वर्ष) हैदराबाद से परिवार के साथ घर जा रहा था।
सोमवार को ट्रेन में उसके बच्चे की तबियत खराब हो गई। वह दुर्ग स्टेशन में उतरा और बच्चे को जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया। मंगलवार को अपने परिजन को बताया कि पर्ची लेने जा रहा हूं। वह जाकर निर्मल बैंगल्स के तीसरे मंजिल बिल्डिंग में चढ़ गया। वहां से छोटे टावर के दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया। वहां से जंप करने की कोशिश करने लगा। उसे समझाते रहे, लेकिन नहीं माना और बिल्डिंग से छलांग लगा दिया।
20 फीट नीचे शेड पर गिरा
टीआई ने बताया कि नीचे भीड़ खड़ी थी। बिल्डिंग के ऊपर जाने का कोई रास्ता नहीं थी। उसे बुलाते रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और ऊपर से नीचे छलांग लगा दिया। बिजली के तार से टकराते हुए 20 फीट नीचे शेड पर गिरा। कुछ देर बाद वह उठा और पत्थर फेकने की कोशिश करने लगा। उसे शेड से नीचे उतारा गया। उसे चोट आई थी। अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ओडिशा का रहने वाला है युवक
युवक का नाम तेजराज नायक (25 वर्ष) है, जो बिजेपुर, भवानीपटना, सदर जिला कालाहांडी, ओडिशा का निवासी है। वह अपनी पत्नी व बच्चे के साथ हैदराबाद गया था।
ट्रेन में यात्रा के दौरान उसके बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसे दुर्ग के जिला अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में भर्ती कराया गया था। बाद में युवक अपनी पत्नी से पर्ची लाने के लिए बाहर गया, लेकिन अचानक बैंगल्स की दुकान की छत पर चढ़ गया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर युवक ने किन कारणों से यह खौफनाक कदम उठाया था।