मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के परिसरों की तलाशी लेने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया। ईडी की टीम पर ईंट-पत्थरों से हमले की भी बात सामने आ रही है। अधिकारी की कार पर पत्थर फेंकने वाले शख्स को सुरक्षाबलों ने मौके पर पकड़ लिया है। पुलिस टीम पथराव करने वाले युवक को अपने साथ लेकर गई है।
बता दें कि अधिकारियों का आरोप है कि हमलावर कांग्रेस कार्यकर्ता थे, जो पूर्व सीएम भूपेष बघेल के परिसरों की तलाशी से नाराज थे। सूत्रों के अनुसार एक उप निदेशक स्तर के ईडी अधिकारी की कार पर भी हमला किया गया।
Attack In ED Team: ईडी के अधिकारी शिकायत करने पहुंचे थाना
ईडी के अधिकारियों ने भिलाई-तीन थाने में लिखित शिकायत की है। जिसके मुताबिक जांच करने के बाद जब अधिकारी लौट रहे थे तब भीड़ में नारेबाजी करने वालों ने गाड़ी रोककर बाधा पहुंचाई। गाड़ी पर चढ़ गए और गाड़ी पर पत्थरबाजी की। एक गाड़ी का कांच तड़क गया। गाड़ियों को घेर लिया और काम में बाधा डालने की कोशिश की गई।
मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी..
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की छापेमार कार्रवाई से दिनभर हड़कंप मचा रहा। ईडी की टीम सुबह 6.20 बजे उनके निवास पहुंची थी। सूचना पर कांग्रेसी इकट्ठा हो गए। धरना पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी.. भूपेश भैय्या जिंदाबाद के नारा लगा रहे थे। ईडी के अधिकारियों के जाने के बाद घर से निकले बघेल
उधर
भूपेश बघेल के घर में ईडी के अधिकारियों ने भूपेश बघेल और बेटे चैतन्य बघेल से पूछताछ की। पिता और पुत्र के मोबाइल, घर के अंदर की आलमारिया, आभूषण खरीदी के बिल और जमीन के दस्तावेज को खंगाला। अधिकारियों ने घर का कोना-कोना छान मारा। पूछताछ शाम 6 बजे तक करीब 12 घंटे चली।
बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने जरुरी दस्तावेज और एक मोबाइल जब्त किया है। इसके बाद ईडी के अधिकारी एक बैग लेकर रायपुर रवाना हो गए। ईडी की टीम के जाने के बाद भूपेश बघेल घर से बाहर निकले। समर्थकों से मिले। सहयोग और समर्थन के लिए सभी का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि बिना सर्च वारेट के घुस गए थे। पूछने पर कहा कि ला रहे हैं।
Attack In ED Team: बिल्डरों के साथ इनवेस्ट की गई रकम
ईडी के सूत्रों से जानकारी मिली है कि जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उनके तार भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्या बघेल से जुड़े है। इनके कारोबार में रकम इनवेस्ट करने की बात कही जा रही है। बिल्डर अजय चौहान और मनोज राजपूत के कारोबार में पैसा लगाने की चर्चा है। मनोज राजपूत के कारोबार में उड़िया कर्मचारियों के खाते इस्तेमाल किए गए है। साथ ही राइस मिलर आशीष पालीवाल और विनित जैन ने भी इनवेस्ट किया है। ईडी ऐसे कारोबारियों की लिस्ट तैयार कर उनके ठिकानों में दबिश दे सकती है।
गाड़ियों से जब्त की फाइल
भूपेश बघेल और उसके बेटे चैतन्य बघेल की गाड़ियों की डिक्की, सीट समेत आगे पीछे पूरी जांच की। चैतन्य की गाड़ी में फाइलें मिली, जिसे अफसरों ने जब्त कर लिया।
14 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक स्टील कॉलोनी निवासी भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, बोरसी द्वारकापुरी निवासी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र साहू, नेहरु नगर पश्चिम निवासी बिल्डर मनोज राजपूत, रामनगर निवासी बिल्डर अजय चौहान, सहेली ज्वेलर्स के संचालक सुनील जैन, दुर्ग आर्यनगर निवासी संतोष स्वर्णकार, भिलाई तीन बसुंधरा नगर निवासी अभिषेक ठाकुर उर्फ गब्बर, मालवीय नगर कमाल अपार्टमेंट होटल कैबियन के संचालक कमल अग्रवाल, तालपुरी निवासी ओम साईं बाबा राइसमिल के संचालक विनोद अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल, चरोदा के ट्रांसपोर्टर संदीप सिंह, अजय अग्रवाल, सुनील अग्रवाल समेत 14 लोगों के ठिकानों पर ईडी की अलग-अलग टीम ने दबिश दी। इनमें अजय चौहान और सहेली ज्वेलर्स में जांच देर रात तक चली। ईडी के अधिकारियों ने इन जगहों से भी कई दस्तावेज ले गए हैं।