महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को अमृत आहार योजना के तहत सप्ताह में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार को दूध मिलने लगा है। प्रदेश के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों पर दूध पाउडर पहुंचाया जा रहा है। हालांकि भीलवाड़ा जिले के मांडल ब्लॉक में पाउडर की आपूर्ति कर दी गई है। अन्य ब्लॉक में भी आपूर्ति की जा रही है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार दिसम्बर में आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन माह के लिए दूध पाउडर भेजा था। अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों में यह दूध पाउडर फरवरी में ही खत्म हो गया। इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में दूध पाउडर की आपूर्ति नहीं हो पाई। ऐसे में बच्चों को अप्रेल में दूध नहीं मिला। विभाग ने तीन माह के लिए दूध पाउडर की आपूर्ति शुरू की है। जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में दूध पाउडर पहुंच गया, वहां बच्चों को सप्ताह में 5 दिन दूध पिलाया जा रहा है।
इन जिलों हुई पाउडर की आपूर्ति भीलवाड़ा डेयरी के अनुसार 9 जिलो में मिल्क पाउडर की आपूर्ति की जा रही है। इसमें बांसवाड़ा में 29 हजार 330 किलो, भीलवाड़ा में 19 हजार 930 किलो, बूंदी में 11 हजार 975 किलो, चित्तौड़गढ़ में 14 हजार 70 किलो, डूंगरपुर में 18 हजार 510 किलो, जालोर में 23 हजार 170 किलो, झालावाड़ में 17 हजार 785 किलो, प्रतापगढ़ 14 हजार 25 तथा राजसमंद जिले में 9 हजार 500 किलोग्राम मिल्क पाउडर शामिल है। हालांकि भीलवाड़ा जिले में अभी आपूर्ति की जा रही है। मांडल के सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर पाउडर पहुंच चुका है।
पहुंचने लगा मिल्क पाउडर अमृत आहार योजना के तहत दूध की आपूर्ति की जा रही है। जिन केंद्रों पर दूध पाउडर पहुंच गया है वहा बच्चों को दूध पिलाया जा रहा है। जहां नहीं पहुंचा वहां भी व्यवस्था करके बच्चों को दूध पिला रहे हैं। मांडल ब्लॉक के अलावा अन्य ब्लॉक में पाउडर की सप्लाई भीलवाड़ा डेयरी से की जा रही है।
राजकुमारी खोरवाल, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग