क्षेत्रीय वन अधिकारी मनेंद्र पाल सिंह चौधरी ने बताया कि मांडलगढ़ वन विभाग की टीम के साथ वे तिलस्वां में गश्त पर निकले थे। तिलस्वां के पास महूपुरा ओर ब्रजपुरा पहुंचे तो देखा कि करीब 10 बीघा बिलानाम भूमि पर सेंड स्टोन का अवैध खनन हो रहा था। यहां डंपर, लोडर, फोकलेन मशीनें, ट्रैक्टर कप्रेशर लगे हुए थे। मौके पर चौपहिया व दुपहिया वाहन खड़े थे। वन विभाग की टीम को देखते ही अवैध खननकर्ताओं में हड़कंपमच गया तथा वाहनों को लेकर फरार हो गए। जबकि एक डंपर चालक ने सरकारी वाहन (जीप) को कुचलने का प्रयास किया। लेकिन वाहन चालक की सतर्कता से अधिकारी बच गए।
लंबे समय से चल रहा अवैध खनन चौधरी ने बताया कि मौके पर भारी मात्रा में सेंडस्टोन निकाला गया है। इससे यह लगता है कि यहां लंबे समय से अवैध खनन हो रहा है। लेकिन इसकी जानकारी किसी भी विभाग के अधिकारी को नहीं है। चौधरी ने बताया कि इस घटना की सूचना बिजौलिया तहसीलदार को दी। लेकिन 5 घंटे तक कोई भी नहीं पहुंचा। इस बीच अवैध खनन की फोटोग्राफी व मौका पर्चा बनाया गया। तहसीलदार ललित डिडवानिया व खनिज विभाग के फोरमेन गिरिराज मीणा ने शनिवार को अवैध खनन का मौका निरीक्षण किया। फोरमेन ने ब्रजपुरा निवासी रामदेव भील के खिलाफ 5 लाख रुपए का पंचनामा बनाया है। रामदेव एक लीज के पास ही अवैध खनन कर रहा था। एक माह पूर्व भी इसी जगह अवैध खनन का पंचनामा बना कर 5 लाख राशि का जुर्माना वसूला गया था।