घटना से जहाजपुर में माहौल गरमा गया। घटना के बाद कस्बे के बाजार बंद हो गए। आक्रोशित लोग जहाजपुर थाने के बाहर धरने पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। आधी रात तक प्रदर्शन जारी था। देर रात पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचे। कस्बा छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी समझाइश में लगे थे।
जानकारी के अनुसार, टोंक का छावनी निवासी सीताराम (25) पुत्र मोहनलाल कीर जहाजपुर में रिश्तेदार से मिलने कार लेकर आया था। उसके साथ उसके तीन साथी भी थे। देर शाम धर्मस्थल के समीप कार की टक्कर से शरीफ मोहम्मद का सब्जी का हाथ ठेला पलट गया। घटना से आसपास मौजूद एक पक्ष के लोग गुस्सा उठे। उन्होंने कार से सीताराम को बाहर निकाल कर जमकर पिटाई कर दी। हो-हल्ला मचने पर भीड़ जमा हो गई।
इलाज के दौरान मौत
सीताराम को मारपीट में गंभीर चोट आने पर स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना का पता चलने पर क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठन और कीर समाज के लोग मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में समूचा बस स्टैंड क्षेत्र बंद हो गया। बड़ी संख्या में जहाजपुर पुलिस थाने और चिकित्सालय के बाहर भीड़ एकत्र हो गई। नारेबाजी करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
एसपी यादव, एएसपी राजेश आर्य, डीएसपी नरेंद्र पारीक और थाना प्रभारी राजकुमार नायक समेत आसपास के थानों से थाना प्रभारी जाब्ते के साथ वहां पहुंच गए। देर रात तक प्रबुद्धजनों की मदद से पुलिस समझाइश का प्रयास करती रही। विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे।
घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस मुस्तैद
एसपी यादव ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस को मुस्तैद कर दिया गया है। संदिग्ध हमलावरों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शव को मोर्चरी में रखवाया है। शनिवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
इधर, पुलिस प्रशासन ने देर रात घटना का वीडियो फुटेज जारी किया। इसमें सीताराम को पीछे धक्का देकर धकेलने से नीचे गिरने और उसके बाद अचेत होने का मामला सामने आया है।