माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश अनुसार मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान की एक पहल के रूप में 3 वर्ष से 18 वर्ष तक के सभी बालक-बालिकाओं को विद्यालय में नामांकित करने और उनका विद्यालय में शत-प्रतिशत ठहराव सुनिश्चित करने के लिए प्रवेशोत्सव कार्यक्रम प्रारंभ किया है। प्रवेशोत्सव द्वितीय चरण में नामांकन वृद्धि, अनामांकित एवं ड्रापआउट बालक-बालिकाओं, प्रवासी श्रमिकों के बच्चों एवं बाल श्रम से मुक्त कराए गए बालक-बालिकाओं को विद्यालयों से जोडने के लिए कार्मिकों, शिक्षकों की ओर से घर-घर सर्वे 24 जुलाई तक किया जाएगा। इसके लिए हर स्कूल के पहली, दूसरी कक्षा के शिक्षक के साथ हर शिक्षक को लगाया गया है। सरकार ने भी पिछले साल के नामांकन में 10 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य दिया है। आदेश के अनुसार सर्वे के बाद 25 जुलाई से 18 अगस्त के नामांकन अभियान के तहत चिन्हित बालक-बालिकाओं की प्रविष्टि की जाएगी।
सभी शिक्षकों को करना होगा घर-घर सर्वे शिक्षा निदेशक से मिले निर्देश के तहत हर स्कूल के हर शिक्षकों को घर-घर सर्वे करके बच्चों को स्कूल से जोड़ना होगा। सरकार ने पिछले साल से आंकड़ों को देखते हुए 10 प्रतिशत से अधिक नामांकन बढ़ाने का लक्ष्य दिया है। उसे हर संभव प्रयास कर पूरा करने का प्रयास करेंगे।
– रामेश्वर प्रसाद जीनगर, सीबीईओ सुवाणा