संबोधित करते सीएम डॉ मोहन यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने गिग और प्लेटफार्म वर्कर्स को असंगठित श्रमिक मानते हुए 1 मार्च 2024 से उन्हें संबल योजना में उन्हें शामिल करने का निर्णय लिया है। साथ ही मोहन यादव ने मंदसौर की अंजली रैकवार, खरगोन की प्रेमलता कर्मा, शहडोल की मन्नू ढीमर, दतिया की कल्लन वाल्मीक, सीहोर की शिव कुमारी से बातचीत की।
इस दौरान वर्चुअली शामिल हुए मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना साल 2018 में शुरु हुई थी। इस योजना से अब तक 5 हजार 927 करोड़ रुपए का लाभ हितग्राहियों को दिया जा चुका है। योजना में अनुग्रह सहायता के अंतर्गत श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख की राशि और सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए और आंशिक अपंगता होने पर 1 लाख रुपए की राशि श्रमिक परिवारों को दी जाती है। 23 हजार 162 परिवारों को 505 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की गई।