उम्मीद है कि सभी परियोजनाओं को स्वीकृति मिल जाए। इससे पहले सोमवार को सीएम डॉ. मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह और मुख्य सचिव अनुराग जैन समेत विभाग के अफसरों से चर्चा की।
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1. बदनावर-पेटलावद-थांदला फोरलेन (80 किमी, लागत 1500 करोड़ रु.)।
2. पूर्वी इंदौर बायपास मार्ग (77 किमी, लागत 3500 करोड़ रु.)।
3. उज्जैन-झालावाड़ फोरलेन मार्ग (134 किमी, लागत 2200 करोड़ रु.)। 4. ग्वालियर-भिंड फोरलेन (96 किमी, लागत 3125 करोड़ रु.)। 5. सतना-चित्रकूट फोरलेन में उन्नयन (80 किमी, लागत 1500 करोड़ रु.)। 6. लखनादौन से रायपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे (200 किमी, लागत 5985 करोड़ रु.) के निर्माण के लिए बालाघाट और लांजी तहसील के जनजातीय क्षेत्र से गुजरने वाले एकरेखण (अलाइमेंट) के विकल्प को प्राथमिकता।
सीएम बोले-
सड़क विकास में पीछे न रहें। संवाद कर जल्द मंजूरी सुनिश्चित करें। निर्माण जल्द और पूरी गुणवत्ता (परफॉर्मेंस गारंटी) के साथ कराएं परियोजना से जुड़े भू-अधिग्रहण मामलों को चर्चा कर सुलझाएं।