एलिवेटेड कॉरिडोर कई क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जो नर्मदापुरम रोड पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर को भी चेतक ब्रिज जंक्शन से जोड़ेगा। गोविंदपुरा विधायक और राज्य मंत्री कृष्णा गौर की बुधवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुलाकात के बाद कार्य जल्द शुरू करने का आश्वासन मिला।
11 मील तक की राह होगी आसान
कॉरिडोर रत्नागिरी चौराहे से शुरू होकर कालीबाड़ी, अन्ना नगर, कस्तूरबा नगर, गौतम नगर, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, एप्री तक आएगा। यहां सिक्सलेन से मिसरोद और आगे 11 मिल तक की राह आसान होगी। परियोजना को अक्टूबर 2023 में केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मंजूरी दी थी। ये भी पढ़ें: बिजली कंपनी का ऐलान, ‘सोलर पैनल’ के लिए नहीं लगाना पड़ेगा ‘मीटर’ 8 लेन की रोड से होगा कनेक्ट
राजाभोज एयरपोर्ट आसानी से पहुंचने के लिए रत्नागिरी तिराहे से अयोध्या बायपास तक 8-लेन की सडक़ बनेगी। साथ ही एलिवेटेड कॉरिडोर रायसेन रोड स्थित आनंद नगर तिराहे के पास बनेगा, जो आकाशवाणी माइक्रो वेव टॉपर से होता हुआ अयोध्या बायपास तक जाएगा। इसकी लंबाई 1.3 किमी होगी। चौड़ाई 15 मीटर 4 लेन होगी। अनुमानित लागत 80.68 करोड़ रुपए आएगी। एलिवेटेड कॉरिडोर नर्मदापुरम रोड पर बनने वाला एलिवेटेड कॉरिडोर को भी चेतक ब्रिज जंक्शन से जोड़ेगा।
कॉरिडोर के निर्माण में भूमि अधिग्रहण नहीं बनेगा बाधक
कॉरिडोर के निर्माण में भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि यह मौजूदा मार्ग के मध्य में निर्मित किया जाएगा। इसके अलावा, पेड़ों की कटाई और यूटिलिटी शिटिंग की आवश्यकता भी न्यूनतम होगी, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम होगा। इससे शहर के भीतर प्रदूषण कम करने में भी सहायता मिलेगी, क्योंकि बाहरी दिशा में जाने वाले वाहन शहर में प्रवेश किए बिना अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
उद्योगों को जोड़ेगा
यह कॉरिडोर भोपाल के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों—मंडीदीप, बगरोदा, गोविंदपुरा और अचारपुरा को आपस में जोड़ेगा। यह बीना स्थित औद्योगिक क्षेत्र तक विस्तारित होगा। दो राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ते हुए शहर के भीतर एक रिंग रोड जैसी संरचना प्रदान करेगा, जिससे नर्मदापुरम मार्ग के निवासियों को इंदौर, जयपुर, ग्वालियर, मुंबई आदि महत्वपूर्ण शहरों की ओर बिना बाधा के आ-जा सकेंगे।