दो बार नीलामी की तारीख निर्धारित करने के बावजूद, शहर की ज्यादातर दुकानों के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे थे। जिला आबकारी विभाग ने इस बार 87 शराब दुकानों को 35 कंपोजिट समूहों में विभाजित करके लगभग 1073 करोड़ रुपए में नीलाम करने का प्रयास किया था। ठेकेदार केवल 35 समूहों में मौजूद मुनाफे वाली दुकानों के लिए ही बोली लगा रहे थे। सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचूरा ने सभी समूहों को निरस्त कर दिया है। तीन मार्च को एक बार फिर नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन अनुमान के मुताबिक बोली नहीं आने के बाद अब शहर की 87 शराब दुकानों को केवल चार समूहों में विभाजित किया गया है। नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने वाले ठेकेदारों को अब सिर्फ चार समूहों में मौजूद शहर की 87 शराब दुकानों को बोली लगाकर प्राप्त करना होगा।
इन चार समूहों में किया विभाजन
● समूह 1: कोलार, न्यू मार्केट, अरेरा कॉलोनी, बिट्टन मार्केट सहित अन्य पॉश इलाके। ● समूह 2: एमपी नगर, हबीबगंज व आसपास की देसी और विदेशी शराब दुकान काउंटर शामिल हैं। ● समूह 3: करोंद, नादरा बस स्टैंड, डीआइजी बंगला, विदिशा रोड की शराब दुकानें शामिल हैं। ● समूह 4: बैरागढ़, लालघाटी, गांधीनगर, रायसेन रोड, हलालपुर की दुकानें शामिल हैं।