रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जून 2023 को हरी झंडी दिखाकर पहली बार रवाना किया था। बाद में इसे रीवा तक बढ़ा दिया गया था। शुभारंभ के बाद से ही लगातार चल रही ट्रेन में कुछ समस्याएं आने लगीं थी। इसकी मरम्मत के लिए निर्धारित समय भी पूरा हो गया था जिसकी वजह से भोपाल रीवा वंदे भारत एक्सप्रेस को झांसी भेजकर मरम्मत और सजावट कराई गई।
यह भी पढ़ें: एमपी की बड़ी नदी सूखी, 470 किमी लंबे इलाके में मच गया हाहाकार
झांसी के रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में ट्रेन को ऐसी रंगत दी गई कि यह दोबारा नई जैसी नजर आने लगी। भोपाल रीवा वंदेभारत को अंदर और बाहर से पूरी तरह बदल डाला गया। इससे पहले रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस को भी झांसी में ही मरम्मत कराने के लिए भेजा गया था।
झांसी के रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में ट्रेन को ऐसी रंगत दी गई कि यह दोबारा नई जैसी नजर आने लगी। भोपाल रीवा वंदेभारत को अंदर और बाहर से पूरी तरह बदल डाला गया। इससे पहले रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस को भी झांसी में ही मरम्मत कराने के लिए भेजा गया था।
नई बोगी, जर्क खत्म करने स्प्रिंग भी लगाई
रीवा-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस की मरम्मत का काम पूरा कर करीब एक माह पहले उसे यात्री सेवा के लिए भेज दिया गया था। इससे पहले वंदेभारत को डबरा से सोनागिर के बीच 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ा कर ट्रायल रन लिया गया था।
रीवा-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस की मरम्मत का काम पूरा कर करीब एक माह पहले उसे यात्री सेवा के लिए भेज दिया गया था। इससे पहले वंदेभारत को डबरा से सोनागिर के बीच 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ा कर ट्रायल रन लिया गया था।
यह भी पढ़ें: एमपी में 5 अफसरों पर बड़ी कार्रवाई, करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की, बैंक खाते भी फ्रीज
रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में भोपाल रीवा वंदे भारत एक्सप्रेस BHOPAL JABALPUR REWA VANDE BHARAT EXPRESS में कई सुधार और बदलाव किए गए। इसके इंजन और कोच की रिपेयरिंग की गई। वंदेभारत के कोच के टूटे कांचों को बदला गया। कोच के अंदर खराब सीटों और अन्य इंटीरियर्स को भी सुधारा गया। वंदेभारत का पूरा मेकओवर कर दिया गया। इसमें नई बोगी लगाई गई और जर्क खत्म करने के लिए स्प्रिंग भी बदले गए। ट्रेन को पिछले साल सितंबर में मरम्मत के झांसी भेजा गया था।
रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में भोपाल रीवा वंदे भारत एक्सप्रेस BHOPAL JABALPUR REWA VANDE BHARAT EXPRESS में कई सुधार और बदलाव किए गए। इसके इंजन और कोच की रिपेयरिंग की गई। वंदेभारत के कोच के टूटे कांचों को बदला गया। कोच के अंदर खराब सीटों और अन्य इंटीरियर्स को भी सुधारा गया। वंदेभारत का पूरा मेकओवर कर दिया गया। इसमें नई बोगी लगाई गई और जर्क खत्म करने के लिए स्प्रिंग भी बदले गए। ट्रेन को पिछले साल सितंबर में मरम्मत के झांसी भेजा गया था।
पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस की 6 लाख किलोमीटर चलने के बाद शेड्यूल रिपेयरिंग निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत निर्धारित संचालन के बाद ट्रेन की मरम्मत और सजावट का प्रावधान किया गया है।
शेड्यूल रिपेयरिंग में वंदेभारत एक्सप्रेस को अंदर और बाहर से पूरी तरह नई ट्रेन जैसा बना दिया जाता है।
शेड्यूल रिपेयरिंग में वंदेभारत एक्सप्रेस को अंदर और बाहर से पूरी तरह नई ट्रेन जैसा बना दिया जाता है।