6 लाख रूपए में बन सकते हैं अपने मकान के मालिक, यहां मिल रहे सस्ते मकान
लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार 13 दिसंबर को फरियादी राजेश मिश्रा को रिश्वत के रूपए देने के लिए भेजा। रिश्वतखोर सीएमओ बद्री प्रसाद शर्मा ने अपने अधीनस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर शुभम जैन व जय कुमार को रिश्वत की राशि लेने के लिए भेजा। जैसे ही भोपाल में एमपी नगर इलाके में शुभम जैन ने फरियादी राजेश मिश्रा ने 40 हजार रूपए नकद व 60 हजार रूपए का चैक लिया तो लोकायुक्त ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त ने शुभम के साथ ही उसके साथी जयकुमार व सीएमओ बद्री प्रसाद शर्मा को भी आरोपी बनाया है।