बिल्डर सौरभ शर्मा केस की जांच के लिए टीम गठित की गई है। उसके खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। सौरभ शर्मा और उसके साथी चेतन सिंह पर आय से अधिक संपत्ति मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसके साथ ही सौरभ शर्मा सहित पांच लोगों को समन जारी किए गए हैं। लोकायुक्त ने आयकर विभाग से कार से जब्त किए गए सोने और नकदी राशि की जानकारी मांगी है।
यह भी पढ़ें: Ladli Behna Awas Yojana – एमपी में लाड़ली बहनों को 1 लाख 30 हजार रुपए देने की योजना पर बड़ा अपडेट सौरभ शर्मा को पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। वह करीब 8 साल तक प्रदेश के अलग अलग नाकों पर तैनात रहा और इस दौरान अथाह कमाई की। शिकायत हुई तो उसने नौकरी ही छोड़ दी। जांच अधिकारियों के अनुसार सौरभ शर्मा की मां और पत्नी के अलावा चेतन सिंह और शरद जयसवाल उसके सबसे बड़े राजदार हैं। इन्हें उसकी काली कमाई और हिस्सेदार नेता-नौकरशाहों की जानकारी हो सकती है। यही कारण है कि पूछताछ करने के लिए सौरभ सहित पांचों लोगों को सोमवार को समन जारी किए गए।
सौरभ के घर से जमीन में दबाई चांदी की 200 सिल्लियां मिली थीं। उसने अपनी काली कमाई से पत्नी, मां और दोनों सहयोगियों के नाम से कई संपत्तियां खरीदीं। यह भी पढ़ें: मंत्री-अफसरों के सामने आएंगे नाम! सौरभ शर्मा-चेतन गौर पर ईडी ने भी कसा शिकंजा
इधर लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद के अनुसार अभी तक सौरभ शर्मा के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स में उसके दुबई में होने की बात कही जा रही है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए अलग अलग 3 टीमें बनाई गई हैं।
सौरभ शर्मा के घर और कार्यालय में मिले संपत्ति के दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है। बैंक खातों की भी संबंधित बैंकों से जानकारी ली जा रही है।