दिनचर्या को रखें सही
डाइटीशियन दीपिका चौधरी ने बताया कि अगर कोई अपनी दिनचर्या को सही नहीं करता है और गलत खानपान करता है तो इससे मोटापे की समस्या बढ़ सकती है। इसे शरीर में होने वाली बीमारियों की जड़ माना जाता है। ऐसे में मोटापा कम करने के लिए अक्सर लोग डाइटिंग शुरू कर देते हैं और फिर उसके आदी हो जाते हैं। इसके चलते वे अपनी लाइफ को एंजॉय करना ही भूल जाते हैं। खाने-पीने की इच्छाओं को दबाने लगते हैं, जबकि ऐसा करने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है। ये भी पढ़ें:
सरकारी कर्मचारियों को नए तरीके से लेनी होगी ‘छुट्टी’, नहीं तो कटेगी ‘सैलरी’ हो सकती हैं गंभीर बीमारियां
डाइटीशियन रश्मि श्रीवास्तव ने बताया कि हर एक की अपनी खाने की जरूरत होती है। यदि वह अपनी क्षमता से अधिक खा रहा है तो समस्या मोटापे से शुरू होकर, बीपी, शुगर, हार्ट आदि तक पहुंच जाती है। वहीं दुबला पतला दिखने के चक्कर में कम खाने वालों को भी गंभीर बीमारियां होने लगती हैं। कम खाने से हड्डियां कमजोर होती हैं। एनर्जी लेवल डाउन हो जाता है। काम करने की क्षमता प्रभावित होती है।
क्या हो सकते हैं नुकसान
शरीर को पर्याप्त ऊर्जा न मिलने से लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती है। विटामिन, मिनरल्स और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। खासकर महिलाओं में बेवजह खाना कम करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे मासिक धर्म संबंधी समस्याएं, चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।